यूँ तो इंडियन कार मार्केट परफॉरमेंस के मुकाबले माइलेज पर ज्यादा फोकस्ड है लेकिन कार निर्माता ये सुनिश्चित करते हैं की देश के परफॉरमेंस के शौक़ीन लोगों का ख़याल रख जाए. इंडिया ने ढेर सारी परफॉरमेंस बेस्ड कार्स देखी हैं. पेश हैं 10 ऐसी गाड़ियां जिन्होंने इंडिया को तेज़ कार चलाना सिखाया.
Ford Ikon
इसे ‘जोश’ मशीन के तौर पर मार्केट किया गया था और ये कार पूरी तरह से ड्राइवर्स के लिए थी. इसका 1.6 liter पेट्रोल ROCAM इंजन वाला मॉडल सबसे तेज़ था लेकिन Ford ने एक छोटा 1.3-लीटर पेट्रोल और 1.4 एवं 1.8-लीटर टर्बो डीजल इंजन मॉडल भी निकाला था. 1.6-लीटर वाली Ikon लगभग 91 बीएचपी उत्पन्न करती थी, लेकिन असली मज़ा इस बात में था की वो इस पॉवर को कैसे हैंडल और इस्तेमाल करती थी. बिलकुल एक ठेठ Ford की तरह, Ikon चलाने के लिए बेहतरीन थी और इंडियन ड्राइवर्स के इस अमेरिकन ब्रांड के द्वारा दिलचस्प गाड़ियों के डिमांड को पूरी करती थी.
Fiat Palio S10
Fiat ने इस गाडी का स्पेशल एडिशन वैरिएंट S10 लांच किया था जो प्रसिद्ध रूप से Sachin Tendulkar एडिशन के नाम से जानी जाती थी. इस चमकीली रंग की गाडी पर मास्टर ब्लास्टर का सिग्नेचर था और ये उनके द्वारा प्रमोट भी की गयी थी.
इस कार में 1.6-लीटर नेचुरली अस्पिरेटेड इंजन था जो अधिकतम 100 बीएचपी और 145 एनएम का टॉर्क उत्पन्न करती थी. Palio को शौकीनों ने काफी पसंद किया था और ये अभी भी कई लोगों की गेराज में है.
Ford Fiesta 1.6 S
Ford की मिड-साइज़ सेडान Fiesta में काफी कुछ बेहतरीन था बढ़िया हैंडलिंग, अच्छा स्पेस, और लो रनिंग कॉस्ट. Ford ने इसका ड्राईवर-परस्त संस्करण कौंच कर के इसे और बेहतर बनाने की कोशिश की और उसने इसमें बेहतर सस्पेंशन, बॉडी किट, और नया स्पेशल-एडिशन रंग दिया. शौकीनों के बीच काफी फेमस और अब लगभग कलेक्टर-आइटम बन चुकी Fiesta S में साधारण वर्शन वाला इंजन ही था जो एक 1.6-लीटर NA इंजन था और ये 100 बीएचपी और 145 एनएम उत्पन्न करता था.
Hyundai Getz CRDi
हैचबैक में एक बड़ा इंजन लगाना एक ऐसा फार्मूला है जो बखूबी काम करता है और Getz डीजल के साथ Hyundai ने यही किया. बोनट के नीचे एक टॉर्क से भरपूर 1.5-लीटर डीजल इंजन वाली Getz CRDi एक पॉकेट-रॉकेट थी. इसकी हैंडलिंग बहुत अच्छी नहीं थी लेकिन अफ़सोस की सराहे जाने से पहले ही 110 पीएस और 237 एनएम वाली पॉकेट रॉकेट मार्केट से बाहर हो गयी.
Honda City Type Z
Type Z City कम आइकोनिक कार नहीं थी. इसके लॉन्च के दो दशक के बाद भी इस फेमस कार का मार्केट में कमांडिंग उपस्थिति थी. इस गाडी में 1.5-लीटर V-TEC इंजन था जो अधिकतम 106 बीएचपी और 134 एनएम उत्पन्न करता था. और इसमें 5-स्पीड मैन्युअल गियरबॉक्स भी था. इसका शौक़ीन-परस्त इंजन 7,000 आरपीएम उत्पन्न कर सकता था और ये वाकई में तेज़ थी.
Skoda Octavia vRS 2001
Skoda ने पहली 2001 में ही लांच कर दी थी. ये प्रीमियम सेडान कस्टमर्स के बीच एक प्रमुख पसंद थी लेकिन इसके vRS वर्शन ने काफी लोगों को अपने ओर खींचा था. Octavia vRS 2001 में 1.8-लीटर टर्बोचार्ज्ड इंजन लगा था जो अधिकतम 150 बीएचपी और 210 एनएम उत्पन्न करता था. अभी भी Octavia 2001 को आप कई शौकीनों की गेराज में पाएंगे.
Maruti Baleno 1.6
पुरानी जनरेशन वाली Baleno अपने परफॉरमेंस के लिए जानी जाती थी. हालांकि इसमें 94 बीएचपी वाला 1.6-लीटर इंजन ही लगा था लेकिन इस गाडी की शॉर्ट-गेअरिंग इसे कमाल के एक्सिलिरेशन देती थी.
Maruti Baleno RS
ये Maruti की ऐसी पहली गाडी है जिसमें टर्बोचार्ज्ड इंजन लगा है. लेकिन ये इस ब्रांड की पहली शौक़ीन-परस्त कार नहीं है. Maruti ने पहले S-Cross 1.6 और Kizashi भी लांच की थी लेकिन Baleno RS काफी अफोर्डेबल है.
बेहतर हैंडलिंग और करैक्टर देने के लिए Maruti ने इसके चेसी और सस्पेंशन में थोड़े बदलाव किये हैं. Baleno RS में 1.0-लीटर 3-सिलिंडर टर्बोचार्ज्ड इंजन लगा है जो अधिकतम 101 बीएचपी और 150 एनएम उत्पन्न करता है. इसे और अग्रेसिव लुक देने के लिए Maruti ने इसमें एक नया बॉडी किट भी लगाया है.
Volkswagen Polo GT
10 लाख रूपए के नीचे वाले सेगमेंट में Polo ऐसी पहली गाडी थी जिसमें टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन लगा था. इस कार में 1.2-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन है जो अधिकतम 103 बीएचपी और 175 एनएम उत्पन्न करता है. इसमें लगा 7-स्पीड DSG ड्यूल क्लच ट्रांसमिशन आगे के चक्कों तक पॉवर पहुंचाता है. शौक़ीन Polo GT के परफॉरमेंस के दीवाने हैं.
Abarth Punto
Abarth Punto इंडियन मार्केट की पहली सच्ची हॉट हैचबैक थी और ये Abarth ब्रांड वाली सबसे अफोर्डेबल कार भी थी. इस कार में 1.4-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन था जो अधिकतम 143 बीएचपी और 215 एनएम उत्पन्न करता था. 10 लाख रूपए से नीचे के रेंज में Abarth Punto सबसे ज्यादा अक्सिलिरेशन वाले गाड़ी हैं. और ये 0-100 किमी/घंटे मात्र 9.54 सेकेण्ड में पहुँच जाती है.
Fiat की गाड़ियां हमेशा से ही अपने ड्राइविंग क्षमता के लिए जानी जाती रही हैं. Abarth Punto में काफी स्टिफ सस्पेंशन है और इसके चारों चक्कों में डिस्क ब्रेक है. और बॉडी रोल कम करने के लिए इस गाड़ी को लोअर भी किया गया है.