मोटरसाइकिल्स खूबसूरत मशीन होती हैं. हमारी खुशकिस्मती है की हम ऐसे समय में रहते हैं जब लगभग हर किसी की जरूरत के लिए एक मोटरसाइकिल उपलब्ध है. फिर भी, ऐसे कई लोग हैं बिना सोचे-समझे अपनी मोटरसाइकिल्स में गैर-ज़रूरी एक्सेसरीज़ लगाते हैं, या उन्हें गलत तरीके से मॉडिफाई करवाते हैं. आइये ऐसे हे मॉडिफिकेशन्स और एक्सेसरीज़ पर नज़र डालते हैं जो फायदे से ज़्यादा बाइक को नुक्सान पहुंचाते हैं.
सस्ते एग्जॉस्ट सिस्टम
मॉडर्न SC Project या Akrapovic एग्जॉस्ट लगाना पूरी तरह से सही है. दिक्कत तब आती है जब लोग अपने स्टॉक एग्जॉस्ट को सस्ते पाइप से रिप्लेस करते हैं, वो भी केवल आवाज़ के लिए. फ्यूल इन्जेक्टेड बाइक्स में स्टॉक एग्जॉस्ट के अन्दर O2 सेंसर भी होता है जो माइलेज सही रखने के लिए ज़रूरी जानकारी फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम तक भेजता है. इस आधुनिक सिस्टम की जगह एक तेज़ आवाज़ वाली सस्ती पाइप लगाने से बाइक की परफॉरमेंस और माइलेज दोनों ही बुरी तरह प्रभावित होंगे.
बहुत बड़े टायर्स
जिसे भी लगता है की अपनी Classic 350 पर 160/60 टायर लगाना एक बेहतरीन आईडिया है उसे दुबारा सोचना चाहिए और तब तक सोचते रहना चाहिए जब तक उसे ये गलत नहीं लगे. बिना लिमिट के टायर साइज़ बढ़ाने से ना सिर्फ अतिरिक्त ग्रिप नहीं मिलती, ये परफॉरमेंस को भी गिराता है. स्टॉक टायर्स को कंपनी कई मापदंडों के हिसाब से लगाती है. बाइक को कूल लुक्स देने के लिए सिर्फ बड़े टायर्स लगा लेने से बाइक की साड़ी काबिलियत बेकार चली जाती है.
बड़े स्विंग आर्म
निर्माता आपके बाइक के लिए जो फ्रेम डिजाईन करते हैं, उसे फाइनल करने से पहले सैंकड़ों टेस्ट्स से गुज़ारा जाता है. फ्रेम पर सस्ता आफ्टरमार्केट काम करवाने से वो कमज़ोर हो जाता है. स्विंग आर्म बढाने के लिए मैकेनिक सटीक नाप नहीं ले पाते. अगर थोड़ी भी चूक हुई, ये आपकी बाइक को खराब कर सकती है या दुर्घटना का कारण बन सकती है.
बेहद लो क्लिप-ऑन
क्लिप-ऑन हैंडल अगले टायर के आगे से बेहतरीन फीडबैक उपलब्ध कराते हैं और कूल भी दिखते हैं. लेकिन इन हैंडल द्वारा जो आगे की ओर झुकने वाले स्टांस मिलता है, उसके साथ फुटपेग्स और सस्पेंशन की रीट्यूनिंग भी ज़रूरी होती है. बेहद सॉफ्ट क्लिप-ऑन हैंडल बार से हर बार ब्रेक लेने से आगे वाला सस्पेंशन ज़्यादा कॉम्प्रेस होगा.
सस्ते अलॉय व्हील्स
ये आमतौर पर Royal Enfields में देखे जाते हैं क्योंकि ओनर्स ज़्यादा भरोसे के लिए “ट्यूब से ट्यूबलेस” टायर कन्वर्शन करवाते हैं. दुर्भाग्य की बात है की सस्ते अलॉय व्हील्स आपके टायर्स को बिल्कुल भी भरोसेमंद नहीं बनाते. Royal Enfield में स्पोक वाले चक्के एक कारण से मिलते हैं. भारी वज़न के साथ इसके सॉफ्ट सस्पेंशन के चलते मज़बूत चक्कों की ज़रुरत पड़ती है. स्पोक वाले चक्के ये काम बखूबी करते हैं क्योंकि वो लचीले होने के साथ ही अलॉय्स के उलट जल्दी टूटते नहीं.
ज़्यादा तेज़ हॉर्न और एग्जॉस्ट
ये चीज़ें आपकी बाइक के माइलेज और बैटरी को बुरा ही नहीं बनातीं बल्कि, ये धीरे-धीरे गैरकानूनी भी बन रही हैं. पुलिस इनपर ख़ास नज़र रखती है और कई मामलों में ज़्यादा आवाज़ कर रही बाइक्स को ज़ब्त भी कर लेती है. इंडिया में पावरफुल बाइक्स के बढ़ते प्रचलन के चलते प्रशासन नियम लागू करते जा रही है और ये ज़रूरी है की हम अपने और दूसरों की सुरक्षा के लिए इनका पालन करें.
सस्ते फ्रेम स्लाइडर्स/लेग गार्ड
एक खतरनाक एक्सीडेंट के दौरान ये सबसे ज़रूरी हिस्से होते हैं जो हमें और बाइक दोनों को बचाते हैं. सस्ते लेग गार्ड खतरनाक साबित हो सकते हैं क्योंकि वो टक्कर झेलने के लिए पर्याप्त रूप से मज़बूत नहीं होते. ऐसे फ्रेम स्लाइडर जो मज़बूत होते हैं लेकिन उनमें घर्षण ज़्यादा होता है, तेज़ रफ़्तार में गिरने पर बाइक को तुरंत पलट सकते हैं.
मडफ्लैप
ये एक और मॉड है जिसे आमतौर पर Royal Enfield ओनर्स लगवाते हैं, पर कुछ Splendor ओनर्स भी ऐसा करवाते हैं. मडफ्लैप आपकी बाइक के लिए कारगर नहीं होते, बल्कि ये भारी होते हैं और चलते वक़्त आपकी बाइक की ड्रैग ज़रूरो बढ़ाते हैं. इनका मुख्य काम होता है राइडर को अतिरिक्त गंदगी से बचाना, लेकिन ये काम आपका स्टॉक मडगार्ड अच्छे से कर देता है. इसलिए बाइक पर इसे लगाना ज़रूरी नहीं होता.
LEDs जो पर्याप्त रौशनी नहीं देतीं
कुछ लोगों अपनी हलोजन लाइट हटाकर LED इसलिए लगवाते हैं ताकि ज़्यादा रौशनी के साथ ही बैटरी भी बचेगी. ये सही भी है, लेकिन अक्सर लोग सस्ती LED लगवा लेते हैं और ये सब किये कराये पर पानी फेर देती है. ऐसे लाइट्स ना सिर्फ खराब रौशनी देती हैं, कई मामलों में ये वारंटी भी खत्म कर देती हैं.
मेटल हैंडल ग्रिप्स
कुछ Royal Enfield ओनर्स सोचते हैं की बाइक की बॉडी में मेटल काफी नहीं है. वो और भी मेटल की तलाश में मेटल हैंडल ग्रिप भी लगवा लेते हैं. मेटल में रेजोनेंस नाम की एक प्रॉपर्टी होती है, जिससे वो ज़्यादा कांपते हैं और RE इंजन के कुख्यात वाइब्रेशन ऐसे में राइडर के हाथों को और भी परेशान करेंगे.
मार्केट में कई अच्छे मॉड उपलब्ध हैं और हर बाइक के लिए सैंकड़ों कस्टम जॉब मिल जायेंगे. इसलिये अगर आप बाइक की मॉडिंग के लिए प्लान कर रहे हैं, ऐसी चीज़ों से दूर रहें.