कुछ लोगों के लिए, बाइक और कार सिर्फ यातायात का एक साधन हो सकती हैं जिनका उपयोग स्थान A से स्थान B जाने के लिए किया जाता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए ये उससे कहीं ज्यादा भी हो सकती हैं। समय के साथ ये वाहन टाइम कैप्सूल और उनके प्रियजनों की स्मृतियाँ भी बन जाते हैं। हाल ही में एक 50 साल की Jawa मोटरसाइकिल से संबंधित एक दिल छू लेने वाली कहानी ऑनलाइन शेयर की गई थी। इस कहानी में इस Jawa मोटरसाइकिल जो एक दादा जी की थी और जिनका कुछ साल पहले निधन हो गया था, की पूरी मरम्मत का सम्पूर्ण विवरण दिया गया है। उनकी इस बाइक को हाल ही में उनकी 82 साल की पत्नी ने पूरी मरम्मत के लिए एक दुकान में ले जाने का निर्णय लिया था। वह इस बाइक को अपने पोतों को देना चाहती थी। ऑनलाइन शेयर किए गए वीडियो में इस अनूठी परियोजना की कहानी का विस्तृत वर्णन किया गया है।
50 साल की इस Jawa मोटरसाइकिल का वीडियो ‘Clutch and Gear’ अपने चैनल पर YouTube पर शेयर किया है। वीडियो के प्रस्तुतकर्ता ने इस परियोजना का संक्षिप्त वर्णन करते हुए बताया कि इस विशिष्ट Jawa मोटरसाइकिल को एक 82 साल की दादी उनके पास ले कर आयीं थीं। 50 साल पहले खरीदी गई उनके पति की यह बाइक उनके घर में काफ़ी समय से रखी थी। इस साल उन्होंने ने निश्चय किया और वो इस बाइक को दुकान में पूरी नट और बोल्ट मरम्मत के लिए ले कर आयीं क्यों की वह यह बाइक अपने पोतों को सौंपना चाहती थी।
वीडियो में आगे वे कहते हैं कि कुछ लोगों को इस तरह के पुराने वाहन की पुनर्स्थापित करना वित्तीय दृष्टि से समझ नहीं जाता क्योंकि इस काम में पार्ट्स और श्रम वाहन की मूल लागत से कहीं ज्यादा लग जाता है। आगे वो यह भी कहते हैं की कुछ लोगों के लिए रिस्टोर्ड वाहन की के वित्तीय मूल्य से ज़्यादा उसका भावनात्मक मूल्य और उससे जुडी यादें ज़्यादा महत्वपूर्ण होतीं हैं। व्लॉगर आगे बताते हैं की परियोजना और भी विशेष हो गई थी क्योंकि 82 साल की दादी खुदअपने पोतों के साथ दुकान पर आकर बाइक को मरम्मत के लिए देकर गईं।
इसके बाद, वो बताते हैं कि पुनर्स्थापन परियोजना में सबसे पहली चीज जो उन्होंने ली वह था, वाहन की मैकेनिकल साइड पर काम करना। उनका मानना है कि जब वो वाहन ग्राहक को देते हैं तब पुनर्स्थापित वाहन को अगले कई वर्षों तक ठीक से काम करना चाहिए।इसलिए, इस प्रोजेक्ट के लिए, उन्होंने इस बाइक के मैकेनिकल एस्पेक्ट के साथ ही शुरुआत की। जैसा की हम फ़ोटो में देख सकते हैं की बाइक को रिस्टोर करने के लिए उसकी शासी को भी खोल दिया गया था। टेक्नीशियन्स को व्हील बेयरिंग्स, इंजन और मुख्य हैंडलबार जैसे बाइक के विभिन्न हिस्सों पर काम करते हुए दिखाया जा सकता है।
इसके बाद वो बताते हैं कि इस बाइक पर काम शुरू करने से पहले उन्होंने अपनी टीम को इकठ्ठा करके उनके साथ प्रोजेक्ट पर चर्चा की। उनकी टीम का विचार था की इस बाइक के पार्ट्स मिलना बहुत ही मुश्किल होगा। फिर उन्होंने देश के चारों कोनों में फैले वेंडर्स से संपर्क किया और इस Jawa मोटरसाइकिल के पार्ट्स इकठ्ठा किये और फिर फाइनल असेंबली का काम पूरा किया।
इसके बाद, वीडियो में यह भी बताया गया है कि इस बाइक के कई हिस्से गहन रूप से जंग से प्रभावित हो गए थे जिन्हे फिर से क्रोम करना पड़ा। वीडियो में कहा गया है कि गहरी जंग के कारन इसमें छेद भी हो गए थे और उन्हें फिर से स्पॉट वेल्ड करना पड़ा, फिर उन्होंने इन भागों को बॉटल ग्रीन रंग के पेंट जॉब के लिए भेजा। उन्होंने बताया कि इस काम के लिए कोई स्टीकर्स उपलब्ध नहीं थे, इसलिए उन्हें टैंक पर Jawa लोगो को हैंड-पेंट करना पड़ा। इसके अलावा, उन्होंने बाइक पर कुछ और क्रोम हिस्से भी लगाए जो कि मूल रूप से कारख़ाने के नहीं थे। आखिरकार, वीडियो में जोड़ा गया है कि उन्होंने इस पुनर्स्थापित बाइक की शान को बढ़ाने के लिए एक नई टैन लेदर सीट भी लगाई।
अंततः वॉयसओवर में उन्होंने ने जोड़ा है कि डिलीवरी से पहले, बाइक के हर पेंटेड हिस्से को बफ और पॉलिश किया गया था ताकि गोल्ड फ्लेक्स और बॉटल ग्रीन पेंट जॉब का आकर्षण बढ़ाया जा सके। इसके बाद, बाइक को 82 साल की दादी के घर डिलीवर किया गया, जो इस बाइक के बदले स्वरुप को देख आश्चर्यचकित हो गईं थीं। वीडियो में, उनका बेटा भी दिखता है जो बाइक घर पहुंचने के बाद इसकी पूजा कर रहा है। पूरे परिवार ने फिर कहा कि वे इस परियोजना के अनूठे के परिणाम से बहुत खुश हैं।