जब हमें किसी परित्यक्त विदेशी या महंगी लक्जरी कार से संबंधित कोई पोस्ट मिलती है, तो हम इसे अपने पेज पर ज़रूर शेयर करने का प्रयास करते हैं। जो कोई भी कारों से प्यार करता है, उसके लिए एक परित्यक्त कार देखना बहुत दुखद दृश्य होता है। ऐसी कारों के बारे में एक स्टोरी करने का उद्देश्य एक ऐसा मौका ढूंढना भी होता है कि शायद कोई इच्छुक पक्ष ओनर से संपर्क करे और कार को एक नया जीवन दे दे। हाल ही में, हमें पुणे में एक परित्यक्त Bentley Arnage के बारे में एक पोस्ट मिली। इसी तरह, अब हमारे पास एक ऐसी Mercedes-Benz S600 की पोस्ट है जो वर्षों से सड़क के किनारे पड़ी हुई है।
तस्वीरें ऑनलाइन कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित हो रही हैं। यह वास्तव में बहुत दुखद दृश्य है क्योंकि यह कार वर्षों से सड़क किनारे पड़ी हुई है। हमें कार के बारे में एक पोस्ट मिली जिसमें इसकी कहानी बताई गई थी। पोस्ट के मुताबिक, मर्सिडीज S600 W220 जेनरेशन सेडान एक 53 वर्षीय व्यक्ति की थी जो एक चिट फंड कंपनी चलाता था।
2004 में उन्होंने लग्जरी कार रखने का अपना सपना पूरा किया। कुछ समय बाद, पुलिस को चिटफंड मालिक और किसी काले धन के मामले में उसकी संलिप्तता के बारे में एक सूचना मिली। अधिकारियों ने छापेमारी की; हालाँकि, चिटफंड संगठन का मालिक किसी तरह अधिकारियों को रिश्वत देने और परेशानी से बचने में कामयाब रहा।
हालाँकि, उसकी मुसीबत यहीं ख़त्म नहीं हुई थी। सरकारी एजेंसियों ने उसकी गतिविधियों पर ध्यान देना शुरू कर दिया और उसे यकीन था की जल्दी ही केंद्रीय या सरकारी एजेंसियां छापा मार सकती हैं। सरकारी छापे के डर से कार के मालिक ने देश छोड़ने का फैसला किया। वह कार को उस स्थान पर ले गया जहां हम इसे इन फ़ोटोज़ में देख सकते हैं। कार को इस जगह पर पार्क करने के बाद ऑनर ने ऑटोरिक्शा लिया और एयरपोर्ट के लिए निकल गया।
यह किस्सा 2009 का है और तब से यह कार सड़क किनारे इसी पेड़ के नीचे खड़ी है। यह स्पष्ट नहीं है कि कार को पुलिस द्वारा इम्पाउंड ग्राउंड पर क्यों नहीं ले जाया गया। कार की हालत वाकई बहुत खराब हो चुकी है। इस कार का सस्पेंशन भी पूरी तरह से ख़राब हो गया है।
कार का फ्रंट बम्पर गायब है और इसी तरह टायर भी क्षतिग्रस्त दिख रहे हैं। इस कार के ओआरवीएम गायब हैं, और हम फेंडर और अन्य बॉडी पैनल पर कई डेंट भी देख सकते हैं। वर्षों से कार पर जमा हुई धूल, पक्षियों की बीट और सूखी पत्तियों का भी जमावड़ा हो चूका है।
तस्वीरों से यह स्पष्ट नहीं है कि क्या कार के इंटीरियर की स्थिति भी इसके एक्सटीरियर जैसी ही है। अगर आप ध्यान से देखेंगे तो यहां तस्वीरों में दिख रही कार एक लिमोजिन है। यह एक दुर्लभ कार है, लेकिन हम नहीं जानते कि क्या यह वास्तव में कारखाने से ली गई लिमोजिन थी या ओनर ने वास्तव में इसे लिमोजिन में मॉडिफाई करवा दिया था। W220 लिमोज़ीन वास्तव में भारत में दुर्लभ है।
भारत का सबसे अमीर आदमी दुर्लभ-तस्वीरें/” target=”_blank” rel=”noopener”>मुकेश अंबानी के पिता धीरूभाई के पास इनमें से एक कार हुआ करती थी, और अंबानी परिवार के पास अभी भी यह कार उनके संग्रह में है। कार में 6.0-लीटर V12 M137 इंजन लगा था। यह इंजन 367 PS और 530 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। हम आशा करते हैं कि इस कार को के दोबारा जीवित करने के लिए अभी बहुत देर नहीं हुई है और कोई इस कार का मालिक बनने और इसे वापस जीवन में लाने का रास्ता खोज ही लेगा।