पिछले महीने, एक चोर द्वारा Maruti Suzuki Brezza कार के मालिक को यह कहते हुए एक नोट छोड़ने की घटना वायरल हुई थी, कि वह 3 दिनों में कार वापस कर देगा। वहीं, असम के दरांग जिले के मंगलदई कस्बे की यह घटना इंटरनेट पर काफी लोकप्रिय भी हुई। मगर चोर ने वाहन वापस नहीं किया, फिर असम पुलिस ने उसका पीछा किया और उसे पकड़ लिया गया।
वीडियो में असम पुलिस को संकरी पहाड़ी सड़कों से उस कार चोर का पीछा करते हुए दिखाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, चोरी हुई Maruti Suzuki Brezza को देखने के बाद किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दी और उन्होंने पीछा करना शुरू कर दिया। वीडियो में यह भी दिखाया गया है, कि कैसे Brezza में सवार चोर ने भागने की कोशिश के दौरान सड़कों पर अन्य कारों, पेड़ों और अन्य चीजों को टक्कर मारी थी।
अंत में, पुलिस से बचने की कोशिश करते हुए एक जंगल में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद चोर पकड़ा गया। पुलिस ने कार में सवार एक चोर को भी पकड़ लिया और गाड़ी भी बरामद कर ली। हालांकि, इस दौरान Brezza चारों तरफ से ठीक से क्षतिग्रस्त हो गई है। गौरतलब है, कि रजिस्ट्रेशन नंबर AS 01 FL 7552 वाली कार उसके मालिक Abdul Aziz के आवास से चोरी होने की सूचना मिली थी। घटना मंगलदई शहर के जनाराम चौक की बताई गई थी और उसी के संबंध में एक एफआईआर दर्ज की गई थी। Aziz ने कहा, कि अपराधियों ने उसके घर से कुछ नकदी के साथ ही उसके बिस्तर के पास टेबल से कार की चाबी चुरा ली थी।
कार चोरी करने के बाद चोरों ने Aziz के लिए एक नोट छोड़ा, जिसमें लिखा था –
“आपको तीन दिन बाद कार वापस मिल जाएगी। स्थिति को लेकर हंगामा न करें। पुलिस को सूचित न करें क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं, तो आपको अपनी कार वापस नहीं मिलेगी।”
कार चोरी रोकें
यह जानना ज़रूरी है, कि कार चोरी को रोकना जरूरी है और इसे करने के बहुत से तरीके हैं। आमतौर पर चोर अक्सर वाहन के पुर्जों को तोड़कर बेच देते हैं, जिससे चोरी की कारों को ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है। इतना ही नहीं, कुछ तो नेपाल जैसे पड़ोसी देशों में अवैध रूप से उनकी तस्करी भी करते हैं। इससे निपटने के लिए भारत में कारों के लिए जीपीएस आधारित सुरक्षा उपकरण जरूरी हो चुका है। हालांकि, अब कुछ कारों में फ़ैक्टरी-फिटेड जीपीएस सुरक्षा सिस्टम आते हैं, लेकिन अधिकांश वाहनों में यह नहीं होती।
जीपीएस-आधारित डिवाइस के साथ, कार मालिक अपनी कार के रीयल-टाइम स्थान की निगरानी कर सकते हैं और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करके इसे दूर से बंद भी कर सकते हैं। इसके अलावा, एक गियर लॉक या स्टीयरिंग लॉक जैसे अतिरिक्त एंटी-थेफ्ट डिवाइस भी इंस्टॉल होते हैं। ऐसा करने से अगर चोर को पता चलता है, कि ताला तोड़ने और वाहन तक पहुंचने में काफी समय लगेगा तो वह भी चोरी की कोशिश नहीं करेंगे। अतिरिक्त चोरी-रोधी उपकरण समय को बढ़ाते हैं और उन्हें स्ट्रीट लाइट जैसी तेज रोशनी में पार्क करने से वह काफी बार चोरी से सुरक्षित हो जाते हैं।