भारत में जब बाइक मॉडिफिकेशन का ज़िक्र छिड़ता है तो बात केवल क्रूज़र ओर कैफ़े रेसर जैसे आम मॉडिफिकेशन्स पर आकर सिमट जाती है. ऐसा इसलिए होता है कि ये बाइक्स कुछ हटके होती हैं और इन पर लोगों की निगाहें अटक जाती हैं. अक्सर स्क्रैमब्लर या सुपरमोटो की तुलना में ऐसी बाइक्स बनाना आसान होता है.
इससे पहले भी हम आपके सामने स्टॉक मोटरसाइकलों को बढ़िया लुक्स वाली क्रूज़र में मॉडिफाई किए जाने के अनेकों वीडियो पेश कर चुके हैं. इसी कड़ी में आज हम आपके सामने एक और वीडियो ले कर आये हैं जिसमें आप देखेंगे कैसे एक Bajaj Avenger को एक क्लासिक क्रूज़र में परिवर्तित किया गया है. आइये इस बारे में तफसील से बात करने के पहले इस वीडियो पर एक नज़र डालें. विडियो आभार Vishesh Gupta.
आपने इस वीडियो में देखा कि कैसे इस Avenger को एक लम्बी क्रूज़र में बदल दिया गया है और ये सच में मनमोहक दिख रही है. इस मॉडिफिकेशन में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकल असल में एक Bajaj Avenger 220 है. इस बाइक में किये गए सारे बदलाव ऊपरी हैं और इसके इंजन आदि से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है. इस बाइक के अगले हिस्से से शुरुआत करें तो इसमें एक नया गोलाकार हैडलैंप लगाया गया है जिसमें एक HID बल्ब लगा है. इस बाइक के सस्पेंशन तो पुराने वाले ही हैं लेकिन इनकी केसिंग पर काम किया गया है ताकि ये पूरी बाइक की लुक्स से मेल खा सकें. इसमें आगे के चक्के पर ड्यूल डिस्क लगाये गए हैं जिनमें से केवल एक ही चलता है.
आगे बढ़ने पर हम पाएंगे की इसमें लगे हैंडलबार्स ठेठ क्रूज़र स्टाइल वाले हैं और इसके अधिकतर स्विचगियर को बरकरार रखा गया है. इसमें एक खिचा हुआ बड़ा टैंक लगाया है जो बाइक की एकल सैडल सीट के करीब जा कर खत्म होता है. इस बाइक में बड़े-बड़े इंजन कवर्स लगाए गए हैं ताकि इसे Harley Davidson के V-ट्विन इंजन डिज़ाइन के करीब रखा जा सके. इस बाइक की टेल लाइट को इसकी सीट के पिछले हिस्से पर ही लगाया है. इस बाइक की पूरी बॉडी को एक ही थीम पर रखा गया है साथ ही कई जगहों पर आप भारी मात्रा में क्लैडिंग भी पाएंगे.
इस बाइक पर किए गए मॉडिफिकेशन के काम का एक मुख्य आकर्षण है इसमें उपयोग में लाए गए टायर्स. इसमें फ्रंट में 170 एमएम टायर है वहीँ इसका पिछला टायर एक दैत्याकार 240 एमएम यूनिट है. जहाँ एक ओर ये दिखने में बेहद खूबसूरत लग रहे हैं वहीँ दूसरी ओर ये इस बाइक की गतिशीलता और हैंडलिंग को भी प्रभावित कर सकते हैं. इस बाइक के आगे और पीछे वाले रिम्स लाल रंग के टू स्पोक यूनिट्स हैं जो बाइक की पूरी लुक से बिल्कुल मेल खाते हैं. इस बाइक को क्वैड एग्जॉस्ट टिप्स से लैस किया गया है और हालांकि इस बात की कोई जानकारी नहीं है इनमें कौन सा क्रियात्मक है लेकिन ये बाइक की लुक्स में इज़ाफा कर रहे हैं.
इस किस्म की मॉडिफिकेशन देखने में तो प्यारी लगती हैं और लोग इन्हें देखने के लिए रुकते भी हैं लेकिन इसके साथ कई खामियां भी जुड़ी हुई हैं. इन खामियों में से सबसे बड़ी खामी है इंजन की कूलिंग के साथ समस्याएँ. इस बाइक पर लगी ढेर सारी क्लैडिंग इसके इंजन को बुरी तरह ढके रही है और लम्बे समय तक इस्तेमाल से इस इंजन के अंदरूनी हिस्सों को नुकसान पहुंच सकता है. आम लोग भी देखकर बता सकते हैं कि इस इंजन पर इस्तेमाल की गयी बड़ी क्लैडिंग एक फॉल्स इंजन कवर है. आखिरी खामी यह है कि इस प्रकार की मॉडिफिकेशन वाली बाइक्स पुलिस को बहुत प्यारी होतीं हैं क्योंकि वो ऐसी बाइक्स पर बड़ी आसानी से जुर्माना ठोक देते हैं. भारत में इस किस्म की मॉडिफिकेशन गैरकानूनी हैं इसलिए ये परेशानी खड़ी करते हैं. वैसे इसका मतलब ये भी नहीं की ये किसी काम की नहीं; और इस मॉडिफिकेशन में डाली गई मेहनत तारीफ़ के काबिल है.