Bajaj Auto ने अपनी कम कीमत वाली मोटरसाइकल Platina 110 को कॉम्बी-ब्रेकिंग सिस्टम के साथ लॉन्च किया है. अप्रैल 2019 से 125-सीसी से कम इंजन क्षमता वाले सभी दो पहिया वाहनों में कॉम्बी-ब्रेकिंग अनिवार्य हो जाएगी और Bajaj Auto का यह कदम यह सुनिश्चित करता है कि Platina 110 समय से इस नियम का पालन करेगी. कॉम्बी-ब्रेकिंग सिस्टम यानी CBS कई वर्षों से Honda के ऑटोमैटिक स्कूटर्स में उपलब्ध कराया जा रहा है.
CBS से लैस Bajaj Platina 110 की दिल्ली में एक्स-शोरूम कीमत 49,300 रुपये रखी गई है. यानी इस नए सुरक्षित ब्रेकिंग सिस्टम की कीमत कुल 1,895 रुपये है. जल्द ही CBS से सुसज्जित संस्करण इस बाइक के नियमित मॉडल की जगह ले लेंगे. इस नयी CBS युक्त Platina में 130 एमएम फ्रंट ड्रम और 110 एमएम रियर ड्रम ब्रेक इस्तेमाल किये गए हैं.
यह मोटरसाइकिल 115.45-सीसी एयर-कूल्ड DTS-i इंजन द्वारा संचालित होती है जो 7,000 आरपीएम पर 8.6 पीएस की अधिकतम पॉवर और 5,000 आरपीएम पर 5.81 एनएम पीक टॉर्क पैदा करता है. इस इंजन को अधिकतम माइलेज के लिए ट्यून किया गया है और इसके साथ एक 4-स्पीड मैन्युअल गियरबॉक्स उपलब्ध कराया गया है. माइलेज की बात करें तो Bajaj का दावा है कि यह Platina मोटरसाइकल 1 लीटर पेट्रोल में 104 किलोमीटर का सफ़र तय कर सकती है. लेकिन हमारा अनुभव कहता है कि यह मोटरसाइकिल 70-80 किलोमीटर प्रति लीटर तक माइलेज दे सकती है जो इसे बेहद कुशल बनाता है.
Hero Splendor 110 और Honda Dream Yuga इस बाइक की मुख्य प्रतिद्वंदी हैं और इसका लक्ष्य उन ग्राहकों को आकर्षित करना है जो अच्छे माइलेज वाली एक भरोसेमंद बाइक चाहते हैं. ग्रामीण और शहरी दोनों खरीददार Bajaj Platina 110 के मुख्य लक्षित ग्राहक हैं क्योंकि यह ब्रांड की सबसे ज्यादा बिकने वाली मोटरसाइकल्स में से एक है. इस बाइक के रखरखाव में आने वाला खर्चा भी काफी कम है.
कॉम्बी-ब्रेकिंग सिस्टम की बात करें तो यह तकनीक इस प्रकार काम करती है कि ब्रेक-लीवर दबाए जाने पर अगला और पिछला ब्रेक एक साथ काम करता है जो बाइक के फिसलने की संभावना को कम करने के लिए ब्रेकिंग प्रेशर को समान रूप से वितरित करता है. हालांकि किसी भी आपात स्थिति या गीली सड़क में बहुत जोर से ब्रेक दबाने पर CBS से लैस ब्रेक भी लॉक हो जाएंगे. इसलिए यह तकनीक एकल/ड्यूल चैनल ABS (एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) जितनी अच्छी नहीं है.
CBS का उपयोग कर रहीं अधिकांश 125-सीसी से कम क्षमता वाली बाइक्स का इस तकनीक को इस्तेमाल करने का मुख्य कारण इसकी कम कीमत होना है. यदि भविष्य में ABS सस्ता हो जाता है तो निर्माता CBS की बजाय ABS प्रणाली का प्रयोग भी इन मोटरसाइकल्स में सकते हैं. इसके अलावा भविष्य में मौजूदा नियम और ज्यादा कड़े हो सकते हैं और भारत में बेचे जाने वाले हर दो-पहिया वाहन पर ABS अनिवार्य किया जा सकता है. बताते चलें कि ऐसे नियम फिलहाल यूरोप में मौजूद हैं.
अगले कुछ महीनों में भारत में लगभग हर कम्यूटर मोटरसाइकिल और स्कूटर को CBS से सुसज्जित किये जाने की उम्मीद है. ऐसा इसलिए कि अधिकतर निर्माता अप्रैल 2019 की समय सीमा की भीतर इस लक्ष्य को पूरा करना चाहते हैं. कॉम्बी-ब्रेकिंग सिस्टम से भारतीय सड़कों पर बड़े पैमाने पर चल रहे दो-पहिया वाहनों को सुरक्षित बनाया जा सकता है. हालांकि यह प्रणाली अभी भी ABS जैसी प्रभावी नहीं है जो कि अधिक उन्नत लेकिन महंगी भी है. याद रहे कि ABS लगातार पहिये की गति की निगरानी के लिए सेंसर का उपयोग करता है. अचानक ब्रेकिंग के दौरान ABS दबाव को इस तरह से हैंडल करता है कि पहिये लॉक नहीं होते हैं. इस कारण बाइक कभी भी फिसलती नहीं है. यह पूरा सिस्टम इलेक्ट्रॉनिक कण्ट्रोल यूनिट (ECU) नामक कंप्यूटर चिप द्वारा नियंत्रित होता है.