Advertisement

देखिए क्या हुआ जब BSA BB31 विंटेज मोटरसाइकल को वर्षों बाद चालू किया गया

BSA मतलब “बर्मिंघम स्माल आर्म्स कंपनी” एक बड़ी ब्रिटिश कंपनी थी जो भांति-भांति के उत्पादों का निर्माण करती थी. इस कंपनी के उत्पादों में शामिल थे मोटरसाइकल्स और कार्स से लेकर बंदूकें. BSA मोटरसाइकल्स आज भी अपनी बेहतरीन निर्माण गुणवत्ता के लिए जानी जाती हैं जिन्होंने बीतते वक़्त के साथ निडरता के साथ अपना लोहा मनवाया है.

आज हम आपके लिए ncr मोटरसाइकल्स का एक वीडियो लेकर आए हैं जिसमें आप 1947 की एक  BSA BB31 बाइक को फिर से चालू किये जाने की पूरी प्रक्रिया देख सकते हैं. बिना समय खराब किए आइए देखते हैं इतने सालों से बंद पड़ी इस बाइक को.

इतने सालों से बंद रहने के बावजूद भी इस बाइक के साइलेंसर से निकलती इसके इंजन की आवाज़ बहुत प्यारी लगती है. इस बाइक को चालू किये जाने के लिए इस पर बड़ी मात्रा में काम करना पड़ा और वैसे भी एक 71 साल से बंद पड़ी बाइक को शुरू करने का काम आसान नहीं. बेहतरीन इंजिनियरिंग और गुणवत्ता के चलते ही यह बाइक वक़्त के थपेड़े सहने में कामयाब रही. इस बाइक का निर्माण द्वितीय विश्व युद्ध के बाद उस ही वर्ष में हुआ था जिसमें हमारे मुल्क को आज़ादी हासिल हुई थी.

जैसा की हम पहले भी बता चुके है, इस वीडियो में दिख रही मोटरसाइकल एक BSA BB31 संस्करण है. यह 1947 मॉडल कंपनी की B-Series के अंतर्गत आता है. B-Series के अंतर्गत BSA Goldstar जैसी अन्य बाइक्स भी आती हैं. BB31 या मूल रूप से B31 को पहली बार 1945 में बाज़ार में उतारा गया था. द्वितीय विश्व युद्ध के खात्मे के बाद यह कंपनी द्वारा उतारा गया पहला मोटरसाइकल मॉडल था. यह बाइक युद्ध के पूर्व के डिज़ाइन्स पर आधारित थी जिसमें एक 348-सीसी, सिंगल सिलेंडर, 4-स्ट्रोक इंजन लगा था. यह इंजन लगभग 17 बीएचपी पॉवर पैदा करता है. इस बाइक में एक ताकतवर फ्रेम के साथ-साथ BSA में पहली बार उपयोग में लाए गए टेलीस्कोपिक फोर्क्स लगे थे.

देखिए क्या हुआ जब BSA BB31 विंटेज मोटरसाइकल को वर्षों बाद चालू किया गया

इस बाइक की अधिकतम रफ़्तार लगभग 110 किलोमीटर प्रति घंटे की है. इस वीडियो में दिख रहा BB31 मॉडल को दो साल बाद 1947 में उतारा गया जिसमें अधिक कड़े सस्पेंशन लगे थे. इस बाइक का एक 500-सीसी संस्करण भी हुआ करता था. BB31 अपने समय की एक अच्छे स्तर की बाइक हुआ करती थी और इसकी डिज़ाइन की प्रणाली विश्व-युद्ध के पूर्व के वाहन-परिदृश्य से मिलती जुलती थी. मौजूदा दौर की रेट्रो-मॉडर्न बाइक के डिज़ाइन की प्रणाली भी इससे मेल खाती है. बड़े गोलाकार हैडलैम्प्स, ऊँचाई पर लगी सीट, बड़े-बड़े टायर्स, और एक ख़ास अंदाज़ का फ्यूल टैंक डिज़ाइन कुछ ऐसे पहलु हैं जो आज के दौर में क्लासिक डिज़ाइन को परिभाषित करते हैं.  

क्योंकि यह बाइक एक बहुत लम्बे अरसे से बंद पड़ी थी, इस लिहाज़ से इस पर काफी अधिक मेहनत खपानी पड़ी है. इसलिए जैसा कि हम इस वीडियो में देख पा रहे हैं, इस बाइक की पूरी जांच के बाद ही इसकी मरम्मत और बाकी के बदलाव किये गए हैं. इस गाड़ी को पूरी तरह बाँध लिए जाने के बाद इसे किकस्टार्ट किया गया. दो-चार असफल प्रयासों के बाद इस बाइक ने एक बार फिर साँसें लेना शुरू कर दिया. आज के पैमाने के अनुसार भी इस बाइक के साइलेंसर की आवाज़ बहुत प्यारी है. इसके बाद इस पूरी बाइक को एक सम्पूर्ण बाहरी रंग-रूप देकर इसे एक नई विंटेज बाइक की शक्ल दी गई है.