कारों में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए Bugatti एक जाना पहचाना ब्रांड है। कई लोकप्रिय खेल हस्तियां और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत से अरबपति भी इसका इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, इस वक्त भारत में महंगी और विदेशी कारों की एक अच्छी संख्या देखने को मिल रही है, लेकिन अब भी हमारे पास Bugatti Veyron या Chiron नहीं है। यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इनको सड़कों पर देखना बेहद दुर्लभ है, जो सड़क पर सबसे तेज़ चलने वाली बजट कारों में से एक हैं।
आमतौर पर हमने बहुत सी महंगी और विदेशी कारों की रेप्लिका या कॉपी बनाते हुए लोगों के कई वीडियो देखे हैं। वहीं, यहां भी हमारे पास एक ऐसा ही वीडियो है जहां वियतनाम के कुछ युवाओं के एक समूह ने सिर्फ 1 साल में घर पर ही Bugatti Chiron की रेप्लिका बनाई है।
इंटरनेट पर देखे जा रहे इस वीडियो को Yaseen Vlogs ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया है। इस वीडियो में व्लॉगर्स वियतनाम का दौरा कर रहे थे, जब उन्हें घर पर सुपरकार की रेप्लिका बनाने वाले युवाओं के एक समूह के बारे में पता चला। उनका NHET TV नाम का एक यूट्यूब चैनल भी है, जिसके 1.6 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं। अब वीडियो में यह तो नहीं दिखाया गया कि उन्होंने इसे कैसे बनाया, लेकिन तैयार होने के बाद कार बहुत अच्छी दिख रही है। वहीं, इससे पहले भी हमने उनके एक वीडियो को प्रदर्शित किया था, जहां उन्होंने इसी तरह LaFerrari सुपरकार बनाई थी।
एक अनुमान के मुताबिक उनके दूसरे प्रोजेक्ट्स की तरह ही उन्होंने Bugatti Chiron के लिए हाइपरकार का एक स्केल मॉडल लिया होगा। फिर मेटल के पाइपों का इस्तेमाल करके फ्रेम का निर्माण किया और एक बार यह हो जाने के बाद बॉडीवर्क के लिए बेस बनाने के लिए उन्होंने मेटल शीट्स का इस्तेमाल किया। इस तरह, उन्होंने सीधे बॉडी पैनल नहीं बनाए। बल्कि एक सामान्य निर्माता या डिजाइनर की तरह, उन्होंने सही अनुपात और डिजाइन हासिल करने के लिए मॉडलिंग क्ले का इस्तेमाल किया है।
इतना हो जाने पर उन्होंने बॉडी पैनल पर फाइबरग्लास शीट चिपकाना शुरू कर दिया और एक बार जब ये सूख गए, तो उन्होंने उसे नीचे की मिट्टी से अलग कर दिया। हालांकि, वीडियो में बताया गया है कि कार मिट्टी या क्ले से बनी है, जो कि गलत है। हमें लगता है, कि व्लॉगर्स के बीच भाषा की समस्या थी और वह अपने विचारों को ठीक से व्यक्त नहीं कर पाए।
ऐसा भी देखा जाता है, कि एक बार फाइबरग्लास पैनल तैयार हो जाने के बाद उनके ऊपर और भी अधिक फाइबरग्लास शीट चिपकाई जाती हैं। इससे पैनल को अतिरिक्त ताकत मिलती है, जो कार के लिए जरूरी है। इसके साथ ही, डिटेल्स पर ध्यान दिया गया है और यही वजह है, कि उन्होंने इसके लिए चीन से चिरॉन रेप्लिका हेडलाइट्स भी खरीदे गए। इसके ज्यादातर बॉडी पैनल फाइबरग्लास से बने होते हैं, जिन्हें घर में तैयार किया जाता है।
फिर एक बार जब पैनल तैयार हो जाते हैं, तो वह इसको एक जैसा फिनिश देने के लिए इस पर सैंड और पुट्टी लगाते हैं और मनचाही फिनिश मिलने के बाद वह कार को पेंट करते हैं। इस रेप्लिका का असल रंग नीला और काला था और मनचाहा फिनिश नहीं मिलने पर उन्होंने कार को पर्ल व्हाइट शेड में फिर से पेंट किया।
कार में मौजूद टेललाइट्स राल से बने हैं और चिरॉन रेप्लिका का इंटीरियर भी कस्टम-मेड है। वहीं, केबिन को ओरिजिनल कार की तरह ही डिजाइन किया गया है, जिसमें पुश-बटन स्टार्ट और कस्टम-मेड एग्जॉस्ट है। इसके अलावा, इसमें इंजन W16 नहीं है और यह एक पुरानी Toyota के तर्ज पर बना है।हालांकि, वीडियो सटीक मॉडल को निर्दिष्ट नहीं करता है।
गौरतलब है, कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में उन्हें लगभग 1 साल का समय लगा और इसकी कुल लागत भारतीय मुद्रा में लगभग 27 लाख रुपये के करीब है।