हाल ही में छत्तीसगढ़ के एक पुलिसकर्मी को Tata Safari SUV में आयोजित विदाई जुलूस में भाग लेने के कारण निलंबित कर दिया गया। आपको बता दें, कि राजनांदगांव के Dongargarh Police Station के इंस्पेक्टर Surendra Swarnkar को ट्रांसफर के दौरान आयोजित इस जुलूस में शामिल होने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही का सामना करना पड़ा है। वहीं, उनका अपने दोस्तों के साथ किया गया यह विदाई जुलूस वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया था, जिसके आधार पर कार्यवाही की गई है।
Town inspector Surendra Swarnkar accorded pomp, band-baja farewell by thana personnel after his transfer from Dongargarh (#Chhattisgarh). He joined at Bilaspur today & was suspended by IG, owing to the "inappropriate conduct" @NewIndianXpress @santwana99 @Shahid_Faridi_ pic.twitter.com/zoMjYUJQrb
— Ejaz Kaiser (@KaiserEjaz) April 11, 2023
वीडियो को एक पत्रकार Ejaz Kaiser ने अपने ट्विटर प्रोफाइल पर शेयर किया था। गौरतलब है, कि सुरेंद्र का राजनांदगांव से बिलासपुर जिले में ट्रांसफर किया गया था, जो रायपुर से 110 किलोमीटर पहले है। वायरल वीडियो में अधिकारी को एक चलती Tata Safari SUV के सनरूफ के बाहर खड़ा देखा जा सकता है, जिसको पूरी तरह से फूलों से सजाया गया था और उनके सहयोगी के अलावा कार के आसपास के बाकी लोग बैंड की ताल पर नाच रहे थे।
वहीं, इस वीडियो के वायरल होने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों को उनके खिलाफ कार्यवाही करने के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसे में, जब सुरेंद्र बिलासपुर स्टेशन पर अपना कार्यभार संभालने गए, तो उन्हें अनुचित आचरण के आधार पर निलंबन के बारे में एक आधिकारिक पत्र मिला, जो बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक Badri Narayan Meena ने जारी किया था।
आपको बता दें, कि पुलिस अधिकारियों को अक्सर उनके काम के हिस्से के तौर पर एक पुलिस स्टेशन से दूसरे पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित किया जाता है, तो ऐसे में यह कोई जश्न मनाने की बात नहीं थी। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि जश्न का हिस्सा रहे अन्य अधिकारियों पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई या नहीं।
ऐसा बताया जा रहा है, कि सुरेंद्र पहले भी बिलासपुर में कार्यरत थे और उनके कुछ कार्यों के विवादास्पद होने के कारण उनका तबादला हुआ था। इसके बाद, वह 11 महीने से यहां में काम कर रहे थे और अब उसे वापस बिलासपुर ट्रांसफर कर दिया गया। रिपोर्ट में बताया गया है, कि उनका राज्य के गृह विभाग में प्रभाव है और उनके आदेश के आधार पर ही उनको वापस बिलासपुर ट्रांसफर कर दिया गया था।
सामने आए वीडियो में अधिकारी को Tata Safari SUV के सनरूफ के बाहर खड़े होकर सड़क किनारे खड़े लोगों की तरफ हाथ हिलाते हुए देखा जा सकता है। हालांकि, चलती गाड़ी में ऐसे सनरूफ से निकलना सही नहीं है और इसका प्रचार नहीं किया जाना चाहिए। कई बड़े शहरों में ट्रैफिक पुलिस वास्तव में आपको रोक सकती है और इसके लिए चालान काट सकती है। चलती गाड़ी के सनरूफ के बाहर खड़ा होना गैरकानूनी है।
वहीं, अगर ड्राइवर अचानक ब्रेक लगाता है या लेन बदलता है तो चलती कार के सनरूफ के बाहर खड़ा व्यक्ति आसानी से नियंत्रण खो सकता है। इस बात की भी संभावना है, कि इससे व्यक्ति की तरफ गिर जाए और गंभीर रूप से घायल हो जाए।