हाल ही में, हमें एक ऐसी खबर के बारे में जानकारी मिली थी जिसके अनुसार Jawa Motorcycles की एक मान्यता प्राप्त डीलरशिप के ओनर्स ग्राहकों से करीब 20 लाख रुपये से अधिक राशि लेने के बाद बिना बाइक्स की डिलीवरी किए ही फ़ारार हो गए। इस घटना का पता लगने के बाद के बाद, Jawa Yezdi Motorcycle Company ने इसका उत्तरदायित्व लिया और ग्राहकों की समस्या को हल करने के लिए आगे आई और अपनी ज़िम्मेदारी निभाते हुए उन छः ग्राहकों को बाइक्स डिलीवर की जिनके पैसे डीलर के पास फंस गए थे।
बाइक निर्माता ने ग्राहकों की समस्या का समाधान करते हुए उन्हें मुआवजा देने के लिए न सिर्फ बाइक्स डिलीवर कीं बल्कि उन्हें राइडिंग जैकेट्स, हेलमेट्स, बाइक कवर्स, दस्ताने और अन्य उपकरणों की भी पेशकश की। कंपनी ने अभी तक छः ग्राहकों को बाइक्स डिलीवर की है, और बाकी के ग्राहक आने वाले सप्ताह में अपनी बाइक्स प्राप्त करेंगे। Jawa Yezdi Motorcycles ने बांद्रा के K & K Motors को न केवल ब्लैकलिस्ट किया है बल्कि उनके खिलाफ़ बांद्रा पुलिस स्टेशन में FIR भी की। हालांकि FIR दर्ज करने के बाद भी, बांद्रा पुलिस ने ब्लैकलिस्टेड डीलरशिप के मालिकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है।
कई मीडिया प्लेटफार्म्स द्वारा इस मुद्दे को उठाने के बाद, Jawa Yezdi Motorcycles ने इस मामले में एक विस्तृत जाँच का आदेश दिया है। उन्होंने इस मामले के लिए दिल्ली से मुम्बई एक टीम भी भेजी थी। यहाँ तक की इस आंतरिक जांच के लिए Jawa Yezdi Motorcycle के सीईओ, आशीष सिंह जोशी, भी मुम्बई गए थे। जाँच टीम ने मामले की पूरी जाँच की और एक सप्ताह के भीतर मामले को हल कर दिया।
इनमें से एक ग्राहक, सिद्धार्थ मेनन, ने अपनी बाइक प्राप्त करने के बाद खुशी जताई। उन्होंने भी कई अन्य ग्राहकों की तरह, उपरोक्त डीलरशिप से बाइक बुक की थी। सिद्धार्थ ने डीलरशिप को 2.34 लाख रुपये दिए थे। डीलरशिप ने उनसे कई तरह के बहाने बनाए जैसे की बाइक डैमेज हो गई और कंपनी से पुर्जों की जगह प्राप्त करने में देरी हो रही है आदि।
क्योंकि K & K Motors को ब्लैकलिस्ट किया गया है, कंपनी ने बाइक्स को पनवेल में एक अन्य Jawa डीलरशिप में भेज दिया। डीलरशिप ने ग्राहकों से इस खराब अनुभव के लिए माफी भी मांगी। जुहू के एक डेंटिस्ट, राकेश मिश्रा, ने भी अपनी रुकी हुई बाइक की डिलीवरी पनवेल डीलरशिप से प्राप्त की। राकेश ने बताया की K & K Motors ने बुकिंग राशि के रूप में 1.5 लाख रुपये मांगे थे। उन्होंने पहले 94,000 रुपये दिए और इस भुगतान के बाद, डीलरशिप ने ग्राहक से बाइक के बचे हुए भाग की मांग की, जो अंततः उन्होंने दे दिया।
अब अपने केस पर वापस आते हैं, K&K Motors ने लगभग 10 ग्राहकों से धोखाधड़ी से पैसे जमा किये और बाइक्स नहीं डिलीवर कीं। पैसे लेने के कुछ समय बाद, डीलरशिप ने किसी पूर्व सूचना के बिना अपने काम बंद कर दिया। जब लोगों को यह पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है, तो उन्होंने संबंधित अधिकारियों तक अपनी आवाज़ पहुंचाई और पुलिस में भी शिकाय दर्ज़ की। Jawa ने इस घटना के बारे में एक विस्तृत जांच के बाद अपना आधिकारिक बयान जारी किया। आशीष सिंह जोशी, CEO, Jawa Yezdi Motorcycles, ने कहा, “Jawa Yezdi Motorcycles में ग्राहक हमारी शीर्ष प्राथमिकता रहते हैं। हमने हमेशा अपने ग्राहकों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है।” बांद्रा पुलिस ने K K मोटर्स के मालिकों—गौरव (जिसे रोहन नागड़ा कहा जाता है), दीपेश नागड़ा, और दीपा नागड़ा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है लेकिन पुलिस अब तक उन्हें खोज नहीं पाई है।”