भारत में ट्रैफिक नियमों के हिसाब से नहीं चलने वाली कार्स सड़क पर दिक्कतों का सबसे बड़ा सबब बनती हैं. कई शहरों की ट्रैफिक पुलिस पेट्रोलिंग और जुर्माना ठोंक लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने को बाध्य करती हैं. गुड़गाँव में एक ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल ने एक ऐसे ही ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले को रोकने की कोशिश की, लेकिन उसके बाद नियमों को तोड़ने वाले ड्राईवर ने पुलिसकर्मी को कुछ दूर तक घसीटा.
इस वाक्ये को एक मोबाइल फ़ोन के कैमरा पर कैद कर लिया गया. ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस कर्मी ने रोड के गलत तरफ चल रहे Ford EcoSport को रोका. जब, वहां पुलिसकर्मियों ने गाड़ी का रेग्सित्रतिओन सर्टिफिकेट माँगा, ड्राईवर ने कहा की उसके पास कागज़ नहीं हैं. कार ड्राईवर ने फिर अपने साथी को कॉल किया और पुलिस को फ़ोन पर बात करने को कहा. उसने ये भी कहा की उसके चाचा दिल्ली पुलिस के लिए काम करते हैं और इसीलिए विंडस्क्रीन पर एक स्टीकर भी है. लेकिन, पुलिस ने किसी से भी बात करने से मना कर दिया. जब पुलिस ड्राईवर का चालान काट रही थी, ड्राईवर गाड़ी के अन्दर बैठा रहा और वहां से भागने की कोशिश की. Ford EcoSport ने तेज़ी से आगे बढ़ने की कोशिश की, उसके सामने खड़े ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन EcoSport का ड्राईवर साइड से निकल जाता है. ट्रैफिक पुलिसकर्मी बोनट पर कूद जाता है और उसपर बैठा रहता है.
दूसरी गाड़ी EcoSport का पीछा करती है और उसे रोकने के लिए उसका रास्ता काटती है. ANI के मुताबिक़, ये वाक्या सिग्नेचर टावर चौक के पास बुधवार को हुआ. ड्राईवर के रुकने के बाद, उसे रोड के किनारे रोका गया और पुलिसकर्मी ने उसे इंजन बंद कर गाड़ी से बाहर निकलने को कहा. हम ड्राईवर को आगे की गाड़ी के ऊपर अपनी गाड़ी को पार्क ना कर पाने का इलज़ाम डालते हुए सुन सकते हैं. Ford EcoSport के ड्राईवर को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी गाड़ी को ज़ब्त भी कर लिया गया.
पुलिस से इस प्रकार से बच कर निकलना आजकल आम हो गया है. ऐसे ही पिछले महीने दिल्ली में एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी की तब मौत हो गयी जब एक ट्रक ने उसे धक्का मार कर आधे किलोमीटर तक घसीटा. उस ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने गाड़ी को आम जांच के लिए रोकने की कोशिश की थी. बाद में ट्रक ड्राईवर को दूसरे पुलिसकर्मियों ने 3 घंटे तक पीछा करने के बाद पकड़ लिया. इस मामले में पुलिस डिपार्टमेंट ने ड्राईवर पर कार्यवाही के ऊपर कोई बात नहीं कही है लेकिन उसपर MV एक्ट और IPC के कई धाराओं के तहत कार्यवाही की जा सकती है.
ऐसे वाक्ये भारत के अधिकांश रोड ड्राइवर्स का व्यवहार दर्शाते हैं. भारत दुनिया में सबसे ज़्यादा रोड दुर्घटना और मौतें होती हैं. हालांकि ट्रैफिक पुलिस लोगों को कई तरीकों के द्वारा ट्रैफिक नियम का पालन करने को प्रोत्साहित करती हैं, एक्सीडेंट थमने का नाम नहीं ले रहे. भारत में हर महीने लाखों नए कार्स और स्कूटर्स खरीदे जाते हैं और रोड पर बढ़ते ट्रैफिक के मद्देनज़र नियमों का पालन करना और भी ज़रूरी हो जाता है.