लोग बहुत तेज़ी से स्वतंत्र ड्राइवर सहायता प्रणाली (ADAS) को अपना रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरुप कई बड़े सेगमेंट निर्माताओं ने अब मध्यममूल्य वाली गाड़ियों में भी ADAS पेश कर दी है। हालाँकि, कई लोगों ने ADAS को मनोरंजन का साधन समझ कर इस्तेमाल करते हुए ऐसे वीडियो बनाए हैं जो इस तकनीक गलत प्रयोग पर प्रकाश डालते हैं। मगर उनके वीडियो से यह तो सिद्ध होता ही है कि, यह तकनीक जीवन बचाने में सक्षम हो सकती है। यहां पर हम पांच घटनाओं का वर्णन कर रहे हैं जहां ADAS तकनीक वाकई जीवन रक्षक सिद्ध हुई है।
Volvo ट्रक स्वचालित आपातकालीन ब्रेकिंग (AEB)
कुछ समय पहले एक वीडियो वायरल हुआ जो पूरी दुनिया में फैल गया, जिसमें एक बच्चा एक स्कूल बस के पीछे से सड़क पार करते हुए दिखाई देता है। इस वीडियो में, एक बस से उतरते हुए कई छात्र दिखाई देते हैं। उनमें से दो छात्र उनमें से दो छात्र तेज़ी से भाग कर सड़क पार करते हैं और इस दौरान वो एक बड़े ट्रक को अपनी ओर आते हुए नहीं देख पाते हैं। ।
लेकिन वोल्वो की आपातकालीन ब्रेकिंग सिस्टम शुरू हो जाती है और बच्चे से कुछ इंच दूर ट्रक को रोक देती है। AEB गतिविधि शुरू होने से ट्रक के रुकने तक किसी प्रकार का कोई ड्रामा नहीं होता और ट्रक बच्चे से कुछ इंच दूर रुक जाता है। यह घटना दिखाती है कि आपातकालीन ब्रेकिंग तकनीक कितनी अच्छी तरह से काम करती है और यह कैसे एक अमूल्य जीवन को बचा सकती है।
Mahindra XUV700 AEB
यहां एक Mahindra XUV700 को आपातकालीन ब्रेकिंग लगाते हुए देखा गया था। डैशबोर्ड कैमरा फुटेज में दिखाई देता है किइस घटना में एक Mahindra XUV700 को आपातकालीन ब्रेकिंग लगाते हुए देखा गया था। डैशबोर्ड कैमरा फुटेज में दिखाई देता है कि Mahindra XUV700 डबल-लेन रोड पर क्रूज कर रही थी। अचानक, सामने की तरफ एक Maruti Suzuki Baleno ब्रेक लगाती है। किसी कारणवश Mahindra XUV 700 के चालक का ध्यान भटका हुआ था और वह समय पर ब्रेक नहीं लगा पाया। इस स्थिति में भी ADAS द्वारा त्वरित कार्यवाही करने से एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
Hyundai Verna AEB
इस एक और उदाहरण में जहां AEB नई Hyundai Verna को टक्कर से बचाने में सफल होता है। Verna का डैशबोर्ड कैमरा दिखाता है कि यह लगभग 40 किमी/घंटा की गति से चल रही है। Verna के आगे जा रही Grand i10 NIOS टक्कर से बचने के लिए अचानक ब्रेक लगाती है। Verna स्तिथि को भांप कर तुरंत AEB का प्रयोग करती है। Verna का पीछे का डैशबोर्ड कैमरा दिखाता है कि अचानक ब्रेक लगने से पीछे आ रहा ऑटोरिक्शा बिल्कुल Verna से टकराने ही वाला था कि ऑटोरिक्शा चालक ने दिशा बदल दी।
MG Astor AEB
इस घटना में MG Astor का ADAS तो अपना काम कर रहा है लेकिन Maruti Suzuki एर्टिगा द्वारा पीछे से टक्कर हो गई। वीडियो में हम देख सकते हैं कि Astor एक स्थिर गति पर क्रूज कर रहा है किन्तु Astor का ड्राइवर शायद आगे जा रहे वाहन की अचानक गति धीमी हो जाने को नहीं पकड़ पाता लेकिन ADAS तुरंत क्रियाशील होता है सही समय पर ब्रेक लगाता है। इस दशा में Astor की टक्कर अपनी आगे वाली गाड़ी लेकिन पीछे से आ रही एक Maruti Suzuki Ertiga, ADAS न होने की वजह से समय पर रुक नहीं पाती है और एस्टोर के साथ टकरा जाती है। ADAS की उपयोगिता तब अधिक होगी जब सड़क पर मौजूद सभी वाहनों में ADAS हो नहीं तो अंतिम क्षण में ब्रेक लगने पर पीछे आ रहे वाहनों (बिना ADAS वाले) से टकराने का अंदेशा बढ़ जाता है।
Tesla Model 3 AEB
हमारा अगला वीडियो अमेरिका से है। ऐसा लगता है कि चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट्स काम नहीं कर रही हैं। कुछ गाड़ियां रास्ता खली होने की प्रतीक्षा करती हैं, जबकि टेस्ला के ड्राइवर ने अपनी आते हुए ट्रैफिक की जांच करने के बाद अपना वाहन आगे बढ़ा दिया। इस दौरान वह अपनी दाईं ओर से आने वाली कार को नहीं देख पता है लेकिन टेस्ला मॉडल 3, सही समय पर इस कार को महसूस करता है और स्वचालित रूप से ब्रेक लगाता है जिससे कोई टी-बोन टक्कर न हो।
कारों में ADAS (एडवांस्ड ड्राइवर सहायता प्रणाली) का दुरुपयोग चिंताजनक एक प्रवृत्ति बन गया है। कुछ कार ओनर अपनी गाड़ियों को खुद ही संचालित होने के लिए छोड़ देते हैं, जिसमें वीडियो बनाना और खेल खेलने जैसी असुरक्षित गतिविधियाँ शामिल होती हैं। ADAS ड्राइविंग में सहायता करने के लिए रडार और कैमरों जैसे सेंसर्स से डेटा पर आधारित होता है। दुर्भाग्यवशः, लोगों को ड्राइव कर्त हुए खेल खेलने, खाने और सोने जैसी गतिविधियों के लिए ADAS की सुविधाओं का उपयोग करते हुए देखा गया है, जो खुद को और सड़क पर दूसरों को भी खतरे में डालता है। कार निर्माताओं ने भारत में ड्राइविंग सुरक्षा को बढ़ाने के लिए स्तर-1 और स्तर-2 ADAS की सुविधाएं प्रदान की हैं, लेकिन उनका दुरुपयोग इसके मुख्य उद्देश्य को कमजोर करता है और सभी के लिए खतरा उत्पन्न करता है।