ऐसी खबर आ रही है कि Urban EV (इलेक्ट्रिक व्हीकल) कॉन्सेप्ट Honda की भारतीय बाजार में पहली EV बन सकती हैं. Honda को जर्मनी में Urban EV कॉन्सेप्ट का परीक्षण करते देखा गया है और जल्द ही यह दुनियाभर के बाजारों में उपलब्ध होगी. Honda निश्चित रूप से Urban EV को भारत में लॉन्च करने के बारे में भी विचार करेगी क्योंकि भारत में इस कार को अच्छा व्यापार करने का मौका है.
Urban EV कॉन्सेप्ट में एक रेट्रो डिज़ाइन दिया गया है और यहाँ पेश मॉडल को भारी आवरण के साथ देखा गया है. इस कार के प्रोडक्शन संस्करण में कॉन्सेप्ट संस्करण से काफी समानताएं होंगी. भविष्य में सख्त उत्सर्जन नियमों की वजह से अधिकांश निर्माता इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड प्लेटफार्मों पर काम करेंगे और ऐसे में Urban EV बाजार में Honda का पहला पूर्ण इलेक्ट्रिक वाहन होगा. Honda पहले से ही भारतीय बाजार में Accord हाइब्रिड बेचता है और 2019 के अंत तक Urban EV इलेक्ट्रिक अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लॉन्च होने की उम्मीद है. हालांकि भारतीय बाजार में इस ऑल-इलेक्ट्रिक वाहन को 2023 तक ही लॉन्च किये जाने की सम्भावना है.
Urban EV के कॉन्सेप्ट संस्करण के विपरीत इसके उत्पादन संस्करण को 4 दरवाज़ों वाला ले-आउट मिलेगा जैसा कि आप Motor1.com द्वारा प्रस्तुत रेंडर में देख सकते हैं. दरवाजों की अतिरिक्त संख्या कार को अधिक व्यावहारिक बनाती है. Urban EV विशेष रूप से शहर की सड़कों के लिए डिज़ाइन की गई है और इसलिए वाहन के छोटे आकार को पतली लेन या यातायात से प्रभावित सड़कों से निकलना सुविधाजनक होगा.
लॉन्च के साथ नई इलेक्ट्रिक कार में बहुत सारे रोचक फीचर्स दिए जायेंगे. इन फीचर्स में से एक मिरर-लेस एक्सटीरियर्स होगा. Honda नियमित दर्पणों के बजाय बाहरी कैमरों का परीक्षण कर रहा है और लाइव वीडियो डिस्प्ले को सामने वाले दरवाजों पर लगाया जाएगा. कॉन्सेप्ट संस्करण में कैमरा को फ्रंट फेंडर में रखा गया था लेकिन उत्पादन संस्करण पारंपरिक ORVM स्पॉट्स में कैमरों की स्थिति को दिखाता है. हेडलाइट को गोल आकार दिया गया है लेकिन इस बात की जानकारी नहीं है कि वे कॉन्सेप्ट संस्करण की तरह ग्रिल में एकीकृत होंगे या नहीं.
Urban EV को भारतीय बाजार में आने में काफी समय है. भारत सरकार ने BS-VI मानदंडों के लिए अप्रैल 2020 की समय सीमा की घोषणा की है. इस कारण हम सरकार से भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए आसान नियमों की उम्मीद कर रहे हैं. वर्तमान में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कोई विशेष सब्सिडी नहीं है और नियमित कारों की तुलना में वे अधिक महंगी हैं. ऐसी इलेक्ट्रिक कारों की कीमत नीचे आने की जरूरत है जिससे भारतीय ग्राहकों उन पर विचार करना शुरू करें. साथ ही भारत सरकार नए EV चार्जिंग स्टेशनों को स्थापित करने के लिए काम कर रही है जो इलेक्ट्रिक वाहन उपभोक्ताओं को लंबी दूरी की यात्रा के दौरान अपने वाहन चार्ज करने की सुविधा देगा.