हाल के एक सर्वेक्षण के मुताबिक Hyundai देश में कार की बिक्री के बाद गुणात्मक सेवा देने के मामले में सबसे अच्छी कंपनी है. कंपनी बाजार में मौजूद ब्रांडों के बीच बिक्री के बाद ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण में सबसे ऊपर रही है. यह सर्वेक्षण लोकप्रिय वैश्विक अनुसंधान कंपनी JD Power द्वारा किया गया था. यह देश की दूसरे सबसे बड़ी कार विक्रेता Hyundai के लिए एक बहुत ही बड़ी उपलब्धी है क्योंकि कंपनी बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए काफी कड़े प्रयास कर रही है. नयी लॉन्च हुई Santro इस ओर एक कदम है और कंपनी ने आने वाले समय के लिए कई नए अपडेट और कार्स की योजना बनाई है.
सर्वेक्षण के परिणामों के बारे में बात करें तो Hyundai ने JD Power 2018 की भारत ग्राहक सेवा सूचकांक (मास मार्केट) अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार बिक्री के बाद ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण में कुल 912 अंक पाए. आपको बताते चलें कि कंपनी ने पिछले साल भी भारत में मास मार्केट श्रेणी में रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया था. Hyundai के बाद दूसरे स्थान पर 874 अंक के साथ Tata Motors रहा. इसके बाद 865 अंक के साथ Mahindra तीसरे स्थान पर रही. Ford और Toyota कंपनियां 829 और 827 अंकों के साथ क्रमश:चौथे और पांचवें स्थान पर रहीं. हालांकि, देश की अग्रणी कार निर्माता Maruti Suzuki को 804 अंक के साथ आठवें स्थान से संतोष करना पड़ा.
बताते चलें कि यह सर्वेक्षण 22 साल से लगातार हो रहा है. यह कार सर्विस की गुणवत्ता और नए वाहन मालिक की संतुष्टि जैसे मानदंडो पर डीलर्स के काम की जांच करता है. इस अध्ययन में समग्र संतुष्टि के लिए पांच कारकों का आकलन किया जाता है.
सर्विस क्वालिटी
व्हीकल पिक-अप
सर्विस सलाह
सर्विस सुविधा
सर्विस की शुरुआत
अध्ययन के 9,045 नए वाहन मालिकों से सवाल पूछे गए जिन्होंने मार्च 2015 और अगस्त 2017 के बीच कार्स खरीदीं और उनके जवाबों के आधार पर रिपोर्ट बनायी गयी. यह अध्ययन मार्च 2018 से अगस्त 2018 तक किया गया. अध्ययन की प्रमुख खोजों में से एक यह है कि 30 वर्ष या उससे कम उम्र के ग्राहक आमतौर पर अधिकतर उच्च गुणवत्ता वाले सेवा की अपेक्षा तब करते हैं जब उनके वाहन की सर्विस की जा रही हो. इसके अलावा, अध्ययन ने 30 साल से कम उम्र के वाहन मालिकों की बढ़ती संख्या की ओर भी इशारा किया गया है.
सर्वेक्षण और उसके परिणामों के बारे में बोलते हुए JD Power के रीजनल डायरेक्टर Kaustav Roy ने कहा, “2020 तक भारत में दुनिया की सबसे कम उम्र के लोगों की आबादी होने की उम्मीद है. जनसांख्यिकीय में यह बदलाव अधिक से आशिक युवा ग्राहकों को डीलर्स के दर पर लेकर जायेगा. इसलिए इस तरह के ग्राहकों की परेशानियों और ज़रूरतों को समझना और पारदर्शिता के साथ पूरा करना ज़रूरी है.”