हालांकि भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग अब पहले से कहीं ज़्यादा प्रतिस्पर्धात्मक और प्रक्रियाशील हो गया है, लेकिन 1990 के दशक के दौरान एक समय था जब नई कारों का लॉन्च बहुत ही कम होता था। हालांकि, इस दशक के दौरान लॉन्च की गई अधिकांश कारें आज मॉडर्न आइकन्स साबित हुई हैं, और उनके यूज़र्स आज भी उन्हें सुखद और उत्तम स्थिति में चला रहे हैं। 1990 के दशक में लांच हुई कुछ प्रमुख कार लॉन्च नीचे दिए गए हैं, ये वो कार्स हैं जिन्होंने आधुनिक इंजीनियरिंग कौशल और आज के आधुनिक उत्पादों के लिए मार्ग प्रशस्त किया:
Mahindra Armada (1991)
Armada, Mahindra के लिए 1990 के दशक में एक महत्वपूर्ण कदम था। यह Mahindra की उस परिवर्तन यात्रा का साक्षी बना जो Mahindra द्वारा जीप मॉडल्स पर आधारित बेसिक रूप से बनाई हुई, बहुत साधारण केबिन एवं सीमित सुविधाओं वाली गाड़ियों का निर्माण करने सेलेकर बहुत अधिक उच्च सुविधाओं और आरामदायक कैबिन वाले वाहनों को बनाने में गई। इस दौरान Mahindra ने अपने वाहनों में पारंपरिक ठोसपन और टिकाऊता को बनाए रखा।
Maruti Suzuki Zen (1993)
Maruti Suzuki Zen जल्दी ही उन ड्राइविंग एंथ्यूजियस्ट का चयन बन गया जिन्हें मारुति 800 के उपयोगी विकल्प के लिए ज़िन्गी और प्रीमियम विकल्प चाहिए था। इसके संकुचित आयाम और पेपी 1.0 लीटर की इंजन ने इसे उन लोगों के बीच में पॉपुलर बना दिया जो व्हील के पीछे होने का आनंद लिया। समय बीतने के साथ यूज़र्स ने इसे एक कल्ट की तरह अपनाया है।
Maruti Suzuki Esteem (1994)
Maruti ने अपनी पहली सेडान के रूप में Maruti 1000 को लॉन्च किया, जो उन लोगों के बीच में काफ़ी लोकप्रिय हुई जो एक किफ़ायती किन्तु प्रीमियम सेडान खोज रहे थे। Maruti Suzuki ने फिर इसे एक बड़े, और शक्तिशाली इंजन के साथ अपडेट किया और इसे Esteem के रूप में पुनः ब्रांड किया। यह Maruti Suzuki की ओर से फ्लैगशिप ऑफ़रिंग के रूप में आया, जिसमें पावर स्टीयरिंग और पावर विंडोज़ जैसी विशेषताएँ शामिल थीं, यह कार अपने समय की प्रीमियम कार्स में से एक मानी जाती थी।
Daewoo Cielo (1995)
Daewoo ने Cielo के रूप में भारतीय कार बाजार में प्रवेश किया, जो की जन सामान्य के लिए प्रीमियम सेडान के रूप में लॉन्च की गयी थी। Cielo की डिज़ाइन स्लीक और इंटीरियर आधुनिक था, जो अपने समय से कहीं आगे था। शुरुआत में तो इसके बहुत खरीददार थे लेकिन कम फ्यूल एफिशिएंसी और महंगे पुर्ज़े इसके संभावित ग्राहको का इससे विमुख होने के प्रमुख कारण बने।
Ford Escort (1996)
Maruti Suzuki Esteem और Daewoo Cielo जैसे मॉडलों की लोकप्रियता को देखकर, Ford ने Escort को लॉन्च किया, जिसकी कीमत इनके समान ही थी और यह शक्तिशाली पांच दरवाजे वाली सेडान थी। Ford Escort भारत में पहली मास मार्केट कार थी जो उच्च मध्य वर्गीय खरीददारों को प्रीमियम यूरोपीय इंजीनियरिंग का अनुभव प्रदान करने के लिए लांच की गई थी।
Opel Astra (1996)
Opel Astra, एक और यूरोपीय कार, जो भारत में Ford Escort के समकालीन ही लांच हुई। Opel, जो कि तब General Motors का हिस्सा था, ने General Motors की ओर से भारतीय कार बाज़ार में आधिकारिक रूप से प्रवेश किया। Opel Astra में एक एकीकृत संगीत प्रणाली और सनरूफ जैसे आकर्षक फीचर्स थे, जिससे भारतीय कार खरीददारों के बीच में यह बेहद वाँछनीय कार बन गई।
Fiat Uno (1996)
Fiat ने Uno के साथ भारतीय कार बाजार में सफलता का लक्ष्य रखा, जिसके लॉन्च होने से पहले ही बहुत ज़्यादा संख्या में उसकी बुकिंग हो गई। उस समय की अन्य हैचबैक्स से इसकी तुलना करें तो, Fiat Uno ने मजबूत निर्माण गुणवत्ता, अधिक शक्तिशाली इंजन विकल्प, और बेहतर ड्राइविंग डायनामिक्स प्रदान की। हालांकि, श्रमिकअसंतोष ने इसके लॉन्च में हुई बहुत देरी की वजह से इसकी सफलता पर असर पड़ा।
Mahindra MM540 (1996)
1990 दशक के मध्य में Mahindra ने पिछली पीढ़ी की CJ सीरीज़ का एक अपडेटेड वर्ज़न प्रस्तुत किया जिसका नाम उन्होनें MM540 (or Mahindra Major) रखा। इसका ज़्यादा फ़ंक्शनल डिज़ाइन, इसके प्रॉपर डोर पेनल्स और मज़बूत शैसी इसको ऑन रोड और ऑफ़ रोड दोनों ही तरह की ड्राइव के लिए उपयुक्त बनाते थे।
Mahindra Classic (1996)
Thar से पहले, Mahindra Classic था, ब्रांड का पहला लाइफस्टाइल ऑफ-रोडर। Jeep Wrangler से प्रेरित इस डिज़ाइन के साथ, Classic mein एक क्लासिक टू-डोर डिज़ाइन और महिंद्रा MM540 जैसी मजबूत मैकेनिकल्स थीं।
Peugeot 309 (1997)
Peugeot की मौजूदगी भारतीय कार बाजार में सिर्फ 309 सेडान की पेशकश के साथ बहुत ही काम समय के लिए रही। यह एक सक्षम सेडान थी जिसमें एंगुलर डिज़ाइन, सोची-समझी डिज़ाइन वाला कैबिन, और प्रभावकारी इंजन विकल्प थे। क्षमतावान होने के बावजूद भी इसे वह लोकप्रियता नहीं मिली जो उसे मिलनी चाहिए थी।
Honda Accord (1997)
Honda ने प्रीमियम Accord सेडान के साथ भारतीय कार बाजार में कदम रखा। Accord का बड़ा आकर, उत्तम बिल्ड क्वालिटी, ज़्यादा जगह वाले इंटीरियर, और शक्तिशाली एवं परिष्कृत (रिफ़ाइन्ड) इंजन के साथ, Honda Accord ने Honda को भारत में प्रीमियम और वाँछनीय ब्रांड के रूप में स्थापित किया। हालांकि, एक आयातित कार होने के कारण यह काफी महंगी पड़ती थी।
Daewoo Matiz (1997)
अधिक खरीददारों को आकर्षित करने Daewoo ने Matiz को भारत में अपनी पहली और एकमात्र हैचबैक के रूप में लॉन्च किया। छोटे, ज़्यादा फ़ंक्शनल हैचबैक की तुलना में, Matiz ने एक आकर्षक डिज़ाइन और एक बड़ी कैबिन प्रदान की। इसने अपनी उपस्थिति भारतीय बाजार में तब तक बनाए रखी जब तक Daewoo भारत में अपना क्रिया-कलाप बंद नहीं कर दिया।
Mitsubishi Lancer (1998)
Mitsubishi ने भारतीय सेडान बाजार में Lancer के साथ प्रवेश किया, जिसमें स्लीक डिज़ाइन, ज़ोरदार इंजन्स, और अच्छी तरह से ट्यून किए गए शैसी शामिल था। यह ड्राइविंग एंथुजिएस्ट के बीच में पॉप्युलर हुआ, लेकिन इसको नए प्रतिस्पर्धियों से कड़ा मुकाबला करना पड़ा।
Honda City (1998)
Honda ने compact sedan सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा करने के लिए City सेडान को लॉन्च किया। इसमें sleek design, i-VTEC पेट्रोल इंजन के साथ प्रदर्शन और कुशलता का मिश्रण था, और यह भारत में निर्मित किया गया था।
Tata Safari (1998)
मूल Tata Safari, Tata Motors से पहला सात सीट वाला SUV था, जो एक प्रभावशाली ड्राइविंग पोज़िशन, एक विशाल कैबिन और शक्तिशाली पेट्रोल और डीजल इंजन के विकल्प प्रदान करता था। अंततः, इसे एक मोनोकोक-फ्रेम वाले सफारी से बदल दिया गया।
Hyundai Santro (1998)
Hyundai ने Santro के साथ भारत में प्रवेश किया, जो कि भारत की पहला tallboy हैचबैक थी , जिसमें अद्वितीय हेडरूम और लेगरूम था। इसे वर्षों के बाद अपडेट मिले, लेकिन पहली पीढ़ी के सफलता को दोहराने में यह सफल नहीं हो सकी।
Tata Indica (1998)
इंडिका आंशिक रूप से Tata Motors द्वारा डिज़ाइन और विकसित की गई पहली पैसेंजर, हैचबैक कार है। इसको लॉन्च करने का उद्देश्य एक व्यावासिक छोटी कार प्रदान करना था। Indica को इसके किफायती डीजल इंजन और विशाल कैबिन के लिए प्रशंसा मिली, हालांकि शुरू में इसमें गुणवत्ता सम्बन्धी काफी समस्याएं आईं।
Hyundai Accent (1999)
Hyundai ने Santro की सफलता के बाद, कॉम्पैक्ट सेडान सेगमेंट में Accent को एक किफायती लेकिन वांछनीय विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया, । इसने एक विशाल और आरामदायक कैबिन, उच्च इंजन विकल्प, और आसान रखरखाव की सुविधा प्रदान की।
Ford Ikon (1999)
Ford Ikon ने Ford Escort की जगह ले ली और भारत में Ford के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में उभर कर सामने आई। भारतीय बाजार के लिए पूर्ण रूप से रिडिजाइन किया गया। फोर्ड ने Ikon के रूप में एक अच्छे एवं शक्तिशाली इंजिन वाली कार दी जो की जल्दी ही कार खरीदारों की पसंदीदा बन गई।