लगता है महाराष्ट्र के राजनेता Omie Kalani फ़र्ज़ी रजिस्ट्रेशन प्लेट मामले में फँस गए हैं. Mumbai Mirror के मुताबिक़, एक सामाजिक कार्यकर्ता ने Omie Kalani के खिलाफ ये कहते हुए शिकायत दर्ज कराई है की वो अपने दो लक्ज़री SUVs पर फ़र्ज़ी रजिस्ट्रेशन प्लेट इस्तेमाल कर रहे हैं जिनके अंत में 7777 नम्बर लिखा है.
Mumbai Mirror ने बताया है की इस सामाजिक कार्यकर्ता ने MH04GE7777 नम्बर वाली एक Range Rover को Kalyan Shilpata रोड पर तेज़ी से जाते हुए देखा था. इस SUV में टिंटेड खिड़कियाँ थीं. इस कार्यकर्ता ने तेज़ी से जाते हुए इस SUV की फोटो भी ली थी.
कार्यकर्ता Binu Varghese ने Vahan एप्प की मदद से पता लगाया की इस नम्बर के तहत जो गाड़ी रजिस्टर की गयी थी वो असल में एक 2013 Mercedes-Benz S-Class है जिसे ठाणे RTO के तहत दूसरे इंसान के नाम से रजिस्टर कराया गया है. इस बात से संदेह में पड़े की एप्प के मुताबिक़ इस नम्बर पर दूसरी गाड़ी रजिस्टर करायी गयी है, Varghese ने इस बात की सूचना ठाणे Police Control Room (PCR) को फ़ोन पर दी.
Range Rover को Mumbra में रोक लिया गया और पुलिस को अन्दर Omie Kalani मिले. नेता के बेटे ने पुलिस से उन्हें जाने देने के लिए कहा, और बोला की वो गाड़ी के रजिस्ट्रेशन कागज़ पुलिस को भेज देंगे. लकिन, फिर कागज़ कभी नहीं आये.
अब पहले से ज्यादा संदेह में Varghese ने फिर से एप्प चलाया और Omie Kalani की दूसरी Range Rover का नम्बर चेक किया. इस लक्ज़री SUV पर भी इस्तेमाल किया गया नम्बर MH05GE 7777 दरअसल Toyota Innova Crysta का निकला.
अब इसके पीछे बड़े मामले के होने का संदेह करते हुए Varghese पुलिस के पास गए. उन्होंने Mumbai Mirror को बताया,
“मैंने इसे लेकर प्रशासन के पास गया, मुझे संदेह था की यहाँ एक फ़र्ज़ी रजिस्ट्रेशन नम्बर घोटाला चल रहा है.”
Varghese ने ये भी बताया की हो सकता है Mr Kalani इस घोटाले के भुक्तभोगी हों.
“हो सकता है Omie Kalani के साथ भी धोखाधड़ी की गयी हो.”
लेकिन, Varghese ने इल्ज़ाम लगाया की पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है और उसने अभी तक एक आधिकारिक एफआईआर दर्ज नहीं किया है.
लेकिन, पुलिस का कहना है की वो Varghese की शिकायत पर जांच कर रहे हैं. वहीँ Mumbra पुलिस ट्रैफिक डिवीज़न के इनचार्ज, सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर Sambhaji Jadhav ने कहा,
“हमने तथ्यों को लिखकर आगे की जांच के लिए Daighar पुलिस के पास भेज दिया है.”
ठाणे के पुलिस डिप्टी कमिश्नर Amit Kale ने Mirror को बताया की उनका डिपार्टमेंट RTO को लिखकर दोनों गाड़ियों की डिटेल्स मांगेगा. लेकिन ठाणे के एक और ऑफिसर ने बताया की अब तक FIR के दायर नहीं होने के पीछे के कारण है की इस बात को लेकर संशय बना हुआ था की इस मामले में Motor Vehicle Act की कौन सी धाराएं लगाई जायेंगी.
Kalani ने इस बात का दावा किया की वो इस मामले में भुक्तभोगी हैं और बताया की 7 अंक के 4 पुनुरुक्ति के उनके पसंद का फायदा उठाया गया है. उन्होंने Mumbai Mirror को बताया,
मैं गाड़ियां खरीदता और बेचता रहता हूँ क्योंकि मैं एक ऑटोमोबाइल डीलर का पार्टनर हूँ. मैं शोरूम से भी कुछ गाड़ियों को तब तक इस्तेमाल करता हूँ जब तक वो बिक नहीं जातीं. मुझे लगता है की मैंने जिस एजेंट से गाड़ी खरीदी है उसने इन नम्बर के ज़रिये मुझे रिझाया था.