Mahindra और Ford ने मिलकर भारत में एक वृहद स्तर का संयुक्त उद्यम बनाया है जिसके तहत ये दोनों कार निर्माता न केवल भविष्य की कार्स का सह-निर्माण करेंगी बल्कि अपनी वितरण प्रणाली भी एक दूसरे के साथ साझा करेंगे. पहली बार देश के छोटे शहरों में स्थित Mahindra डीलर्स ने Ford की कार्स बेचना शुरू किया है. इस कदम के पीछे का प्रमुख लक्ष्य Ford India को छोटे शहरों तक पहुँचाने का है. अब तक Ford भारत के शहरी इलाकों का ब्रैंड ही हुआ करता था और इस कदम से यह परिस्थति अब बदलेगी.
जहाँ एक ओर Mahindra के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया है वहीँ Ford India के अधिकारी ने अपने वक्तव्य में इस खबर की पुष्टि की है,
दोनों कम्पनियों (Ford और Mahindra) ने एक पायलट की शुरुआत की है जिसमें देश की चुनिन्दा टियर 4+ शहरों के Mahindra डीलर्स को Ford की कार्स को बेचने और/या सर्विस करने का मौका दिया जाएगा. इस पायलट को अभी 15 कस्बों में शुरू किया गया है जिसके नतीजे Ford की सेल्स और सर्विस की बढ़ती पहुँच के लिहाज़ से काफी प्रोत्साहन देने वाले हैं.
LiveMint से बातचीत में दो अन्य लोगों ने कहा कि,
अब तक Ford की छोटे शहरों और कस्बों में कोई ख़ास पहुँच नहीं हुआ करती थी लेकिन अब Mahindra डीलर्स को Ford कार्स बेचने का मौका दे कर कंपनी देश के अधिकांश जिलों और कस्बों में अपनी पहुँच बनाने की कोशिश कर रही है. Mahindra के डीलर्स भी छोटे छोटे शोरूम खोल Ford की सबसे लोकप्रिय गाड़ी Ford EcoSport को बेच कर अतिरिक्त पैसा कमा रहे हैं.
इस कदम से जहाँ एक ओर Mahindra डीलर्स का मुनाफा बढ़ेगा वहीँ Ford को भी पूरे देश में अपनी पहुँच का विस्तार करने में सहायता मिलेगी. Mahindra डीलर्स भी कंपनी की बाज़ार में उतारी गईं पिछली कुछ गाड़ियों द्वारा ग्राहकों को आकर्षित न कर पाने के कारण थोड़े दबाव में हैं. ऐसी परिस्थिति में इन दो कंपनियों के द्वारा अपनी कार्य प्रणाली के चंद पहलुओं को एक दूसरे से साझा कर काम करने का कदम लाज़मी ही था.
निश्चित तौर पर भारत में Mahindra-Ford के बीच हुआ यह करार संयुक्त रूप से कार्स के निर्माण से कुछ कदम आगे ही जाएगा. ये कोई पहली घटना नहीं जब Ford भारत में Mahindra के साथ किसी करार में गई है. तथ्य यह है कि इस अमरीकी वाहन निर्माता ने 1990 में भारतीय ज़मीन पर अपने पहले कदम Mahindra के साथ संयुक्त उपक्रम बना कर ही रखे थे. Mahindra ने Ford को चेन्नई में अपनी फैक्ट्री स्थापित करने में सहायता की और इस संयुक्त उपक्रम से निकली पहली कार Ford Ecosport थी. कुछ सालों के अंदर ही Ford और Mahindra ने अपनी-अपनी राहें पकड़ लीं और अब एक बार फिर नियति ने इन दोनों को साथ ला खड़ा किया है.
Ford और Mahindra के बीच इस बिल्कुल ताज़ा संयुक्त उपक्रम द्वारा विकसित किया जाने वाला पहला संयुक्त उत्पाद एक इलेक्ट्रिक कार होगी. Ford अपने Figo (KA) प्लैटफॉर्म को Mahindra को सप्लाई करेगी जो Figo Aspire और Figo hatchback में पॉवरट्रेन लगाने का काम करेगी. इन कार्स को Ford और Mahindra दोनों ही बैज के अंतर्गत बेचे जाने की उम्मीद है.
Mahindra अपनी आने वाली SUVs को Ford के साथ साझा करेगी. एक सब-4 मीटर SUV और एक C-सेगमेंट (Scorpio सेगमेंट) SUV को Ford के साथ साझा किए जाने की उम्मीद है. Mahindra अपने Bharat Stage 6 के अनुकूल बनाए गए नए पेट्रोल इंजनों को भी Ford के साथ साझा करेगी. इन दोनों कार निर्माताओं के बीच बने इस नए संयुक्त उपक्रम के बारे में अतिरिक्त जानकारियाँ आने वाले महीनों में सामने आने की सम्भावना है.