Tata Safari और Mahindra Scorpio दोनों की ही भारतीय बाज़ार में जीते-जागते लीजेंड की छवि है. दोनों ही गाड़ियाँ काफी समय से बाज़ार में मौजूद हैं और इनके प्रशंसकों की एक बहुत बड़ी संख्या बाज़ार में है. Safari का जहाँ केवल Storme मॉडल ही बाज़ार में उपलब्ध है वहीँ Scorpio अभी भी अपने पुराने नाम से ही जानी जाती है. दोनों ही कार्स में समय के साथ कंपनियों ने नए अपडेट दिए हैं. आइये देखते हैं कि जब इन कार्स में आमने-सामने का मुकाबला हुआ तो बाज़ी किसने मारी.
Mahindra Scorpio बनाम Tata Safari
https://youtu.be/Nq6f5halKhI
यह रेस एक सार्वजनिक सड़क पर आयोजित की गयी जो नियमों के बिलकुल खिलाफ है. हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और हमारे लेख पढ़ने वालों से आग्रह करते हैं कि वह ऐसा ना करें. विडियो में आप दोनों ही कार्स की एक-दुसरे की तुलना में परफॉरमेंस देख सकते हैं. जहाँ Scorpio का फेसलिफ्ट से पहले का संस्करण इस रेस में इस्तेमाल किया गया है वही Safari Storme का भी बेस मॉडल ही यहाँ पेश किया गया है.
विडियो में दोनों कार्स को लम्बी ड्रैग रेस में देखा जा सकता है. शुरुआत में Mahindra Scorpio तेज़ गति से आगे बढ़ती है और पूरी रेस के दौरान अपनी प्रतिद्वंद्वी Scorpio पर बढ़त बनाये रहती है. अंत में यह Safari को पीछे छोड़ते हुए विजयी साबित होती है. वैसे तो विडियो में यह साफ़ नहीं है पर ऐसा लगत है कि रेस के अंत तक Scorpio अपनी इस प्रतिद्वंद्वी पर बढ़त बना रही थी.
बताते चलें कि Mahindra Scorpio और Tata Safari दोनों ही कार्स में लेडर-फ्रेम बॉडी का इस्तेमाल होता है और यह ऑफ-रोडिंग के लिए काफी अच्छी कार्स हैं. यह हाईवे पर भी अच्छा प्रदर्शन करती हैं और इनकी टॉप-स्पीड भी काफी ज्यादा है. मगर क्योंकि यह मूल रूप से SUV ही हैं, इसलिए उच्च गति पर इनकी हैंडलिंग काफी ख़राब है. हाईवे पर कार चलाते समय यह बात सभी को ध्यान में रखनी चाहिए.
Mahindra Scorpio का इस मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन उसके कम वजन के कारण है जो इसे उच्च रफ़्तार पर चलने में मदद करता है. Scorpio के 4X2 मॉडल का वज़न 1,820 किलोग्राम है जबकि Tata Safari का वज़न इससे 100 किलो अधिक यानी 1,918 किलो है. Mahindra Scorpio में आपको 2.2-लीटर mHawk डीजल इंजन मिलता है जो अधिकतम 120 बीएचपी पॉवर और 280 एनएम टॉर्क पैदा करता है. यह भी ध्यान रहे कि इस कार का S3 मॉडल अधिकतम 75 बीएचपी पॉवर और और 200 एनएम टॉर्क पैदा करता है. Scorpio का सबसे नया मॉडल 140 बीएचपी पॉवर और 320 एनएम टॉर्क पैदा करता है. दूसरी तरफ Tata Safari में आपको मिलता है 2.2-लीटर इंजन मिलता है जो 148 बीएचपी पॉवर और 320 एनएम टॉर्क पैदा करता है. कागज़ में Scorpio से कहीं अधिक पावरफुल होने के बावजूद अदल परिस्थितयों में यह कार पिछाड़ जाती है.
Tata Safari की यहाँ हार की कई सारी वजहें हो सकती हैं. मुमकिन है कि यह कार अच्छी हालत में ना हो. ऐसा भी हो सकता है कि कार का ड्राईवर ज्यादा कुचल ना हो और उसने Safari की पॉवर का पूरा इस्तेमाल ना किया हो. अच्छे परिणाम पाने के लिए हमेशा यह सलाह दी जाती है कि पहले चरण के बाद ड्राईवर बदल देने चाहियें. वैसे तो यह रेस Scorpio जीत गयी पर यह देखना बाकि है कि जब इन दोनों कार्स के सबसे ताकतवर संस्करण आपस में भिड़ेंगे तो क्या नतीजा रहेगा.