सोशल मीडिया पर कुछ लाइक और शेयर बटोरने के लिए खतरनाक कार स्टंट करने का चलन दुर्भाग्य से अधिक लोकप्रिय हो रहा है। लोगों द्वारा लापरवाही से वाहन चलाने और खुलेआम यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने की घटनाओं के बीच एक व्यक्ति द्वारा चलती कार के बोनट पर बैठने का मामला इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. शुक्र है कि ज्यादातर मामलों की तरह ट्रैफिक पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है।
#Viral #Video ग्रेटर नोएडा का बताया जा रहा हैं।जहां स्टंटबाज कार के बोनट पर बैठ स्टंट करता नजर आ रहा है।पुलिस की फ्लैशर लाइट भी कार में लगी हुई।वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस जांच में जुटी।@noidatraffic @noidapolice@Uppolice @dgpup @myogiadityanath pic.twitter.com/v5Bk3369le
— Hussainjaved (#India News ) (@hussainjaved81) March 2, 2023
इंटरनेट पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक शख्स, जिसकी पहचान Nakul के रूप में हुई है, चलती Maruti Suzuki Alto के बोनट पर बैठा नजर आ रहा है। घटना ग्रेटर नोएडा के कैलाशपुर गांव की है, जहां यह Alto अपने बोनट पर बैठे व्यक्ति के साथ अंबेडकर पार्क इलाके के पास एक खाली सार्वजनिक सड़क पर गाड़ी चला रहा है।
सेंट्रल नोएडा के Additional DCP Rajiv Dixit के मुताबिक, चलती कार के बोनट पर बैठे शख्स का ये वीडियो कई महीने पहले रिकॉर्ड किया गया पुराना वीडियो है। हालांकि ये वीडियो हाल ही में वायरल हुआ है। वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे एक व्यक्ति इसके बोनट पर बैठा रहता है, जबकि Alto को सार्वजनिक सड़कों पर चलाया जाता है।
वीडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तारी
वीडियो से मिली जानकारी के आधार पर नोएडा पुलिस ने शख्स को गिरफ्तार कर लिया है और वीडियो में दिख रही Alto को जब्त कर लिया है। सार्वजनिक सड़क पर खतरनाक तरीके से आल्टो चलाने और अन्य लोगों की जान जोखिम में डालने के लिए पुलिस ने कार मालिक पर 26 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। आईपीसी की धारा 151 के तहत Alto मालिक का लाइसेंस भी निलंबित कर दिया गया है।
हाल के दिनों में सार्वजनिक सड़कों पर लोगों द्वारा चलती कारों पर स्टंट करने की ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। लाइक और शेयर के जरिए लोगों का ध्यान थोड़े समय के लिए आकर्षित करने के लिए, लोग सार्वजनिक सड़कों पर इस तरह के कार स्टंट करते हैं, अपनी परीक्षा के वीडियो अपलोड करते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर देते हैं।
वहीं, स्थानीय पुलिस की टीमें भी अब और सतर्क हो गई हैं और समाज में ऐसे उपद्रव पैदा करने वाले तत्वों पर नजर रख रही हैं। ऐसी दुर्घटनाओं में शामिल कारों के पंजीकरण के विवरण और ऐसे वीडियो में दिखाई देने वाले लोगों की पहचान के आधार पर, स्थानीय पुलिस की टीमें अब त्वरित जांच और त्वरित कार्रवाई के बाद अपराधियों को पकड़ने में सक्षम हैं।