हम देसी लोगों को SUVs से मोहब्बत है और इसके चलते गाड़ियों की ये श्रेणी बिक्री के मामले में sedan और hatchback को भी पछाड़ रही है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि भारत में लॉन्च हुई हर SUV ने हमेशा बड़ी सफलता ही हासिल की हो. भारत में अनेकों SUVs ऐसी भी हैं जिन्हें ग्राहकों और बाज़ार ने बुरी तरह नज़रअंदाज़ किया और अब वो भुला भी दी गयीं हैं. पेश हैं ऐसी ही भुला दी गईं 17 SUVs.
Tata Safari Petrol
पेट्रोल Safari? पेट्रोल इंजन वाली Safari कब आती थी? ये सुन कर आश्चर्य होगा क्योंकि कई लोगों की स्मृति से ये बात मिट चुकी होगी कि Tata Motors कभी पेट्रोल इंजन वाली Safari भी बनाती थी. Safari के इस मॉडल को कंपनी साल 2000 में बेचा करती थी. जिस पेट्रोल इंजन की हम बात कर रहे हैं वो एक 2-लीटर, 135 बीएचपी पॉवर पैदा करने वाली इकाई हुआ करती थी. ये 2-लिटर, 90 बीएचपी-टर्बोचार्ज्ड डीज़ल इंजन वाली मौजूदा सभी Safaris से कहीं ज्यादा शक्तिशाली इंजन हुआ करता था. इस गाड़ी के पेट्रोल संस्करण का अपनी निम्न स्तर की माईलेज के चलते बाज़ार हमेशा मंदा ही रहा.
Tata Sierra
Tata Sierra एक ऐसी SUV थी जो अपने समय में अपने समय से बहुत आगे की गाड़ी थी. दो दरवाजों वाली यह SUV उस काल के हिसाब से अपनी बाहरी बनावट, इंटीरियर्स, और फीचर्स के मामले में काफी आधुनिक गाड़ी थी. फीचर्स के मामले में इस गाड़ी में पॉवर विंडोज़, पॉवर/टिल्ट स्टीयरिंग, और सेंट्रल एयर-कंडीशनिंग जैसे कुछ और ऐसे पहलू थे जिन्हें इस सेगमेंट में पहली बार जगह दी गई थी. Sierra में एक 2.0-लीटर इन-डायरेक्ट इंजेक्शन डीज़ल इंजन लगा था जो 68 बीएचपी की अधिकतम पॉवर और 110 एनएम टॉर्क पैदा करता था. अफ़सोस कि इस गाड़ी ने भी बिक्री के मामले में कंपनी को मायूस किया और Tata को इस गाड़ी को तिलांजली देनी पड़ी. कार प्रेमियों में यह गाड़ी आज भी काफी लोकप्रियता रखती है.
Hindustan Trekker
Hindustan Motors ने अपनी केवल ‘Ambassador बनाने वाली कार-निर्माता कंपनी’ वाली छवि से छुटकारा पाने की अनेकों कोशिशें कीं. इनमें से एक कोशिश का नाम है Hindustan Trekker. Ambassador के प्लैटफॉर्म पर आधारित यह गाड़ी मूलतः एक सवारी ढोने वाली गाड़ी थी. देश के कुछ हिस्सों में Trekker को Pushpak के नाम से भी जाना जाता था. 1.5-लीटर डीज़ल इंजन पर चलने वाली Trekker एक जीवट गाड़ी थी जिसमें पांच लोगों के बैठने कि जगह के साथ ही सामान रखने के लिए अलग से स्थान मौजूद था. उस वक़्त बाज़ार में उपलब्ध अन्य विकल्पों की तुलना में Trekker ज़्यादा ग्राहकों को रिझाने में असफल रही.
Chevrolet Captiva
Chevrolet Captiva एक काफी बड़ी SUV हुआ करती थी और अगर आज के परिपेक्ष्य में इस गाड़ी की किसी से तुलना करें तो वो Fortuner होगी. भारत से अब अपना बोरिया बिस्तर बाँध चुकी Chevrolet India की ये फ्लैगशिप गाड़ी हुआ करती थी. इस प्रीमियम SUV में एक 2.2-लीटर VCDi टर्बो इंजन लगा था जिसका इस्तेमाल Cruze में भी होता था. यह 184 बीएचपी की प्रभावशाली अधिकतम पॉवर और 424 एनएम की अधिकतम टॉर्क पैदा करता था. Captiva ऑल-व्हील ड्राइव विकल्प के साथ भी आती थी जो इसके व्यवहारिक इस्तेमाल में इज़ाफा करता था. कई बार अच्छे उत्पाद भी ग्राहकों की नज़रों में नहीं आ पाते. वैसे ही यह गाड़ी भी कंपनी के लिए एक असफलता की दास्ताँ ही साबित हुई.
Chevrolet Trailblazer
अब भारत से जा चुकी Chevrolet India की देश में अपने आखरी दिनों में लॉन्च की गई गाड़ियों में से एक थी Trailblazer. Toyota Fortuner और Ford Endeavour को आँख दिखाने वाली यह बड़े आकार की गाड़ी भी कंपनी का भारत में एक फ्लैगशिप उत्पाद थी. इस बड़ी SUV में एक विशालकाय 2.8-लीटर डीज़ल इंजन लगा था जो 197 बीएचपी पॉवर और 500 एनएम की अधिकतम टॉर्क पैदा करता था जो इसे उस समय की सबसे शक्तिशाली गाड़ी बनाया करता था.
Chevrolet Forester
Chevrolet ने भारत में असफलताओं की काफी कहानियां लिखीं हैं. इस कंपनी के साथ विडम्बना ये रही कि इसके अच्छे स्तर के उत्पाद भी बाज़ार में असफल रहे. Chevrolet Forester की बात करें तो यह SUV यूरोप में बेचीं जा रही इससे मिलती जुलती Subaru मॉडल से प्रेरित थी (Subaru एक मशहूर जापानी कंपनी है). Forester अपने आप में एक बहुत ही सक्षम गाड़ी गाड़ी थी जिसमें एक Boxer इंजन लगा था (6 सिलेंडर इंजनों की विशेष व्यवस्था). इस गाड़ी के ड्राइविंग डायनामिक्स कार के जैसे थे और इसे ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम से लैस किया गया था. बहरहाल, इस कार का प्रदर्शन भी निराशाजनक ही रहा और GM ने Subaru में अपनी हिस्सेदारी को बेचने के बाद इसका उत्पादन बंद कर दिया.
Hyundai Terracan
एक समय था जब Terracan भारत में Hyundai के लिए फ्लैगशिप मॉडल हुआ करता था. अपने दिनों में यह एक शक्तिशाली बड़े आकार की SUV हुआ करती थी जो अपनी श्रेणी की गाड़ियों में सबसे ज़्यादा टॉर्क उत्पन्न किया करती थी. इस गाड़ी में एक 2.9-लीटर इंजन लगा था जो 148 बीएचपी की अधिकतम पॉवर और 343 एनएम अधिकतम टॉर्क पैदा करता था. Hyundai Terracan को लैडर-ऑन-फ्रेम चेसिस पर बनाया गया था जो इसके ठेठ ऑफ-रोड वाली नस्ल को दर्शाता है और इसमें 4-व्हील ड्राइव सिस्टम भी मौजूद था.
Hyundai Tucson (पहली पीड़ी)
Hyundai Tucson को भारत में फिलहाल कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है लेकिन इसने यहाँ तस्वीर में दिख रही इसकी पुरानी पीढ़ी के मॉडल के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है. इसके निचले स्तर के बिक्री के आंकड़ों के चलते यह गाड़ी सड़कों पर मुश्किल ही नज़र आती है. भारत में एक बहुत छोटे वक़्त के लिए बेची गई इस SUV में एक 2.0-लीटर टर्बो डीज़ल इंजन लगा है जो 120 बीएचपी अधिकतम पॉवर और 270 एनएम की अधिकतम टार्क पैदा करता है. इसके पुराने मॉडल की तरह ही इसमें भी एक 4-व्हील-ड्राइव ट्रान्सफर केस लगा है.
Maruti Grand Vitara XL7
Maruti Suzuki की गिनीचुनी कार्स ने ही असफलता का मुंह देखा है. लेकिन Maruti Grand Vitara XL7 और Kizashi इस सूची में आती हैं. Grand Vitara के बाज़ार में बिक्री के आंकड़े इतने निम्न स्तर के थे कि कंपनी ने इसके बाद कभी भी पूरे आकार वाली SUV सेगमेंट में पाँव रखने की हिम्मत नहीं की. इस 7-सीटर SUV में एक 2.8-लीटर V6 पेट्रोल इंजन लगा था जो 168 बीएचपी की अधिकतम पॉवर और 236 एनएम की अधिकतम टॉर्क पैदा करता है. इसे 4-व्हील ड्राइव सिस्टम से भी लैस किया गया था.
Maruti Grand Vitara
XL-7 मॉडल के असफल होने के बाद लॉन्च की गई Grand Vitara एक छोटे आकार की SUV थी. बहरहाल बिक्री के मामले में इस गाड़ी ने भी कोई ख़ास झंडे नहीं गाड़े. Grand Vitara में एक 2.4-लीटर 4-सिलेंडर पेट्रोल इंजन लगा है जो 164 बीएचपी पॉवर के साथ 225 एनएम टॉर्क पैदा करता है. इस गाड़ी में बंद ना किया जा सकने वाला उच्चतम और न्यूनतम अनुपात के विकल्प वाला 4-व्हील ड्राइव सिस्टम लगा है.
Mahindra Invader
जब Mahindra ने अपनी सबसे अधिक बिकने वाली Bolero को एक ‘लाइफस्टाइल’ अपील देने की कोशिश की तो Invader का जन्म हुआ. Invader एक दो दरवाजों वाला Bolero का सॉफ्ट टॉप संस्करण था जिसे ऑफ-रोडिंग के शौकीन ग्राहकों को ध्यान में रखकर बनाया गया था. इस गाड़ी में एक 2.5-लीटर इंजन लगा था जो 63 बीएचपी पॉवर और 177 एनएम टॉर्क पैदा करता था.
Mahindra Legend
Mahindra Legend कम्पनी के मौजूदा Thar मॉडल की एक झलक थी लेकिन यह MM 540/550 प्लैटफॉर्म पर आधारित हुआ करता थी. इस ऑफ-रोडर को Mahindra की भारत में 60वीं वर्षगांठ के सुअवसर पर लॉन्च किया गया था. इस गाड़ी की केवल 60 इकाइयां ही बनाई गयीं थीं और अब Legend एक सग्रहणीय गाड़ी है. इस गाड़ी में एक 2.5-लीटर टर्बोचार्ज्ड डीज़ल इंजन लगा था जो 58 बीएचपी की पॉवर पैदा करता था.
Premier Rio
Premier Rio भारत की पहली सब-4-मीटर compact SUV थी. असल में इस SUV ने आज की तारीख में बेहद लोकप्रिय SUV श्रेणी के बीज बोये थे. Rio की जड़ें Daihatsu Terios से जुड़ी हुईं हैं. Premier Rio दो इंजनों के विकल्प के साथ आती थी — एक 1.2-लीटर पेट्रोल और एक 1.3-लीटर डीज़ल.
SsangYong Rexton
Rexton भारतीय बाज़ार में Ssangyong की पहली गाड़ी थी. दक्षिण कोरियाई कार निर्माता के भारतीय मालिक Mahindra & Mahindra ने इस गाड़ी को देश में लॉन्च किया और इसे देशभर में फैले अपने डीलरशिप के जाल के ज़रिये बेचना शुरू किया. Ssangyong Rexton का मुक्क़बला Fortuner से रहा जिसमें सात सीटें थीं और इसमें एक 2.7-लीटर डिज़ल इंजन लगा था. अपने आकर्षक दामों के बावजूद इस SUV ने भारतीय बाज़ार में चाल नहीं पकड़ी. Mahindra जल्द ही इस गाड़ी का एक नया अवतार उतारने वाली है जो G4 Rexton है. अपनी वापसी पर Rexton को अब Alturas नाम से जाना जाएगा.
Renault Koleos
Koleos भारत में Renault द्वारा लॉन्च की गई पहली SUV थी जिसे Duster की पैदाइश के एक लम्बे समय पहले बाज़ार में उतारा गया था. इस 5 सीटों वाली SUV को तीन संस्करणों में उतारा गया था – 4×2 मैन्युअल, 4×2 ऑटोमैटिक, और 4×4 ऑटोमैटिक. Koleos में एक 2.0-लीटर इंजन लगा था जो 170 बीएचपी की अधिकतम पॉवर और 360 एनएम की अधिकतम टॉर्क पैदा करता था. इस गाड़ी को कुछ साल पहले एक फेसलिफ्ट भी दिया गया था लेकिन इससे भी इसकी बिक्री को बढ़ाने में कोई मदद नहीं मिली.
Force One
बॉलीवुड सितारे Amitabh Bachchan भी Force One SUV को अपने जन्म के कुछ समय बाद ही दम तोड़ देने से नहीं बचा पाए. Force One मूलतः चीन की SUV है जिसे पहले Guangdong Foday Explorer नाम से जाना जाता था. इस गाड़ी में एक 2.2-लीटर टर्बोचार्ज्ड डीज़ल इंजन लगा है जो 140 बीएचपी पॉवर और 321 एनएम टॉर्क पैदा करता है. इस इंजन ने अपना अस्तित्व बनाये रखा है और जल्द ही हम इसे Force Gurkha में लगे देखेंगे.
Nissan X-Trail
Nissan ने भारत में अपने प्रवेश के लिए ऊपर-से-नीचे की रणनीति का सहारा लिया और X-Trail SUV जापानी कार निर्माता द्वारा देश में लॉन्च की गई पहली गाड़ियों में से एक है. इस SUV को बनी-बनाई स्थिति में आयात किया जाता था जिस कारण इसके दाम बहुत महंगे थे और इसकी बिक्री भी बहुत निचले स्तर की थी. यह एक अच्छे स्तर की क्षमता वाली ऑफ-रोडर थी. भारत में बेचीं जा रही X-Trail में एक 2-लीटर टर्बोचार्ज्ड डीज़ल इंजन लगा है जो 150 बीएचपी की पॉवर और 320 एनएन टार्क पैदा करता है.