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Ola S1 Pro स्कूटर को ट्रैक करने में पुलिस और कंपनी ने ऐसे की मदद!

आज लगभग सभी इलेक्ट्रिक स्कूटर में नेविगेशन और कनेक्टेड स्मार्टफोन सुविधाओं के लिए जीपीएस ऑनबोर्ड मिलता है, जो उनके मालिकों को इमरजेंसी कंडीशन में ट्रैकिंग का ऑप्शन देता है। ऐसी ही एक घटना इंटरनेट पर चर्चा का विषय बनी हुई है, जहां मालिक ने चोरी होने के बाद स्कूटर को वापस पाने के लिए ट्रैकिंग सुविधा का इस्तेमाल किया।

कुछ दिनों पहले Anjali Pal ने ऑनलाइन अपने स्कूटर की डिटेल्स शेयर की थी और उसमें Ola Electric को टैग कर उनसे गायब हुए स्कूटर को ट्रैक करने में मदद करने के लिए कहा। वहीं, अब स्कूटर वापस मिलने के बाद उन्होंने ट्विटर पर कंपनी और जोधपुर पुलिस को धन्यवाद दिया है। इस पोस्ट में उन्होंने एक फोटो शेयर की है, जिसमें वह स्कूटर के पास खड़ी थी और उनको धन्यवाद दे रही थी। सामने आई जानकारी के मुताबिक, स्कूटर को जयपुर से बरामद किया गया जो जोधपुर से 300 किलोमीटर से ज्यादा दूर है।

इस तरह शहर से बाहर स्कूटर को देखकर लगता है, कि चोरों ने स्कूटर को किसी दूसरे शहर में कार्गो के जरिये भेजने की योजना बनाई थी क्योंकि यह मिलने पर अच्छी तरह से पैक था। हालांकि, ऐसा होने से पहले ही पुलिस और मालिक उन तक पहुंच गए और Ola Electric S1 Pro को बरामद कर लिया।

यहां गौर करने वाली बात यह है, कि Ola की यह इलेक्ट्रिक स्कूटर कई आधुनिक स्कूटरों की तरह लाइव ट्रैकिंग की सुविधा से लैस है। मगर मालिक अंजलि ने बताया, कि उन्हें इस फीचर के बारे में पता नहीं था और Ola Electric ने इसको ट्रैक करने में उनकी मदद की। हालांकि, इससे पहले भी जीपीएस के इस्तेमाल से कई हाई एंड कारें बरामद की गई हैं।

जीपीएस ट्रैकर को वाहन में लगाए

Ola S1 Pro स्कूटर को ट्रैक करने में पुलिस और कंपनी ने ऐसे की मदद!

ऐसा देखा जा रहा है, कि चोरी की बढ़ती संख्या के कारण अपने वाहन में लोग एंटी-थेफ्ट डिवाइस लगवाते हैं। हालांकि, यह 100 प्रतिशत कारगर नहीं है क्योंकि काफी बार चोर पहले से सतर्क रहते हैं लेकिन सुरक्षा के लिहाज़ से ऐसा करना सही है। इसके अलावा, ऐसी हालत में स्टीयरिंग लॉक, गियर लॉक, व्हील लॉक और जीपीएस ट्रैकर्स सभी अच्छे विकल्प हैं। वहीं, यह एंटी-थेफ्ट डिवाइस सभी तरह के वाहनों के लिए उपलब्ध हैं और डिवाइस के जीपीएस के साथ इंटरनेट कनेक्टिविटी को बनाए रखने के लिए बस छोटी सी रकम चुकानी होती है।

गौरतलब है, कि यह जीपीएस डिवाइस वाहन के लिए हार्डवायर है और चोरों की नजर से छिपे रहते हैं, जो तय करता है कि इन इनका आसानी से पता नहीं लगाया जा सके। फिलहाल इस मामले के सामने आने के बाद कंपनी ने Ola Scooters S1 Pro के फ्रंट सस्पेंशन को बदलना शुरू कर दिया है।