लगभग एक साल पहले इंडिया में Chevrolet की कार्स बेचने वाली General Motors ने घोषणा की कि वो इंडिया में अपनी कार्स अब नहीं बेचेंगे. उसके बाद से ये अमेरिकन कंपनी इंडिया में सिर्फ एक्सपोर्ट का काम कर रही है. Chevrolet कार्स की बिक्री आखिर में 31 दिसंबर 2017 को बंद कर दी गयीं. आपमें से कुछ लोगों को याद होगा की GM ने इंडिया में अपना कारोबार Opel कार्स से शुरू किया था जिन्हें बाद में ऐसे मॉडल्स से रिप्लेस किया गया था जिनमें बो-टाई बैज हुआ करता था. पेश हैं ऐसी ही 10 भूली-बिसरी Chevrolet और Opel कार्स की लिस्ट को इंडिया में GM के 18 साल की उपस्थिति के दौरान लॉन्च की गयी थीं.
Opel Astra
Opel Astra इंडिया में GM की पहली C2-सेगमेंट कार थी. इसे यहाँ 1996 में लॉन्च किया गया था और इसमें आरामदायक केबिन के साथ कई सारे हाई-एंड फ़ीचर्स थे. Astra से ही मास मार्केट में हम बेहद इज्ज़तदार जर्मन बिल्ड क्वालिटी का आगमन देख पाए. जहां Astra को कुछ कस्टमर्स ज़रूर मिले, ये कभी भी Honda City या Mitsubishi Lancer जितना पॉपुलर नहीं हो पायी. Astra पेट्रोल और डीजल दोनों इंजन के साथ उपलब्ध थी. सनरूफ वाली Astra Club इस सेडान का सबसे पॉपुलर वैरिएंट था.
Opel Corsa
C1 सेगमेंट में बिकने वाली Corsa इंडिया में Opel की आखिरी कार्स में से एक थी. Opel Corsa सीधे तौर पर Maruti Suzuki Esteem और Ford Ikon से टक्कर लेती थी. इसमें कमाल की राइड क्वालिटी और दो पेट्रोल इंजन मिला करते थे, 1.4 लीटर और 1.6 लीटर. Corsa कभी भी Esteem या Accent जितना पॉपुलर नहीं हो पायी लेकिन इसके अपने फैन्स थे.
Opel Corsa Swing
Corsa Swing ऐसे समय पर आई थी जब निर्माता कस्टमर्स को स्टेशन वैगन से रिझाने की कोशिश कर रहे थे. Corsa Swing मूलतः Corsa सेडान की ही एक वर्शन थी जिसमें ज्यादा जगह वाल केबिन था. और सेडान के जैसे ही इसकी राइड क्वालिटी कमाल की थी. जहां इसके सेडान वर्शन में 1.4-लीटर और 1.6-लीटर पेट्रोल इंजन मिला करते थे, Swing सिर्फ 92 बीएचपी वाले 1.6-लीटर इंजन ऑप्शन के साथ उपलब्ध थी. इसके पावरफुल मोटर के चलते, Swing 170 किमी/घंटे तक की टॉप-स्पीड तक पहुँच सकती थी.
Opel Corsa Sail
Opel Corsa Sail इंडिया में Corsa लाइनअप का तीसरा बॉडी वैरिएंट था. ये मूलतः C1-सेगमेंट सेडान का हैचबैक वर्शन था और ये 4.39 लाख रूपए की किफायती कीमत पर बिका करती थी. इस कार में कई फ़ीचर्स थे और ये ब्रांड की एक प्रीमियम ऑफरिंग थी. Sail में 1.4-लीटर इंजन था जो 86 बीएचपी ऑफर करता था. साथ ही एक Sail Sport वैरिएंट भी था जिसमें एक 1.6-लीटर मोटर था जो 103 बीएचपी ऑफर किया करता था.
Opel Vectra
इंडिया में 2002 में लॉन्च की गयी Opel Vectra एक D-सेगमेंट सेडान थी जो अपने समय के काफी आगे थी. इस सेडान में 2.2-लीटर इंजन था जो 146 बीएचपी ऑफर किया करता था. जहां Vectra में काफी हाई कम्फर्ट लेवल और ढेर सारे फ़ीचर्स मिला करते थे, इसे ढेर सारे कस्टमर्स नहीं मिल पाए. Opel ने एक सस्ते फेसलिफ्ट मॉडल के साथ भी कस्टमर्स को रिझाने की कोशिश की लेकिन Vectra मुश्किल से 500 यूनिट्स बेच पायी.
Chevrolet Forester
इंडिया स्पेक Forester असल में एक रीबैज Subaru थी जिसे यहाँ 2003 में लॉन्च किया गया था. Vectra के जैसे ही Forester अपने समय से आगे थी. इसमें एक बेहतरीन 2-लीटर Boxer इंजन था जो 120 बीएचपी और 178 एनएम उत्पन्न किया करता था. ये क्रॉसओवर एक प्रीमियम ऑफरिंग थी जिसकी कीमत 16 लाख रूपए थी. कहने की ज़रुरत नहीं की इसे ढेर सारे कस्टमर नहीं मिल पाए.
Chevrolet SR-V
SR-V असल में एक बड़ी हैचबैक थी जो Optra सेडान पर आधारित थी. इसका रियर एंड काफी अच्छा दिखता था और इसमें वही 1.6-लीटर इंजन था जो Optra सेडान के साथ मिला करता था. जहां SR-V मार्केट में लगभग 5 सालों से थी, इसने सेल्स में कभी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. उस समय इस कार की कीमत 7 लाख रूपए पर काफी ज़्यादा थी जो इसे मार्केट में काफी महंगा बनाता था.
Chevrolet Optra Magnum
अपने समय की सबसे पावरफुल मिड-साइज़ डीजल सेडान, Optra Magnum में 2.0 लीटर इंजन था जो 125 बीएचपी और 305 एनएम का टॉर्क उत्पन्न करता था! Optra Magnum को इंडिया में 2007 में लॉन्च किया गया था और ये 2012 तक बिका करती थी. जहां Magnum को कुछ कस्टमर्स मिले एक Cruze के सामने फ़ीकी पड़ गयी.
Chevrolet Aveo
Aveo एक C1-सेगमेंट गाड़ी थी जिसे Opel Corsa का उताराधिकारी माना जाता था. Corsa के जैसे ही Aveo में भी 1.4-लीटर और 1.6-लीटर पेट्रोल इंजन आया करते थे जो इसे काफी पावरफुल बनाते थे. साथ ही इसमें काफी आरामदायक केबिन भी था. जहां Aveo किसी डिपार्टमेंट में काफी आगे नहीं थी, ये सभी डिपार्टमेंट में थोड़ी बहुत अच्छी थी. और ये वैसे लोगों के लिए बढ़िया ऑप्शन थी जिन्हें Optra खरीदनी थी लेकिन उनका बजट कम था.
Chevrolet Trailblazer
Trailblazer के साथ Chevrolet ने इंडिया में बड़ी अमेरिकन SUVs को लाने की कोशिश की थी. ये कार अपने 2.8-लीटर डीजल इंजन के साथ काफी काबिल थी और ये अधिकतम 197 बीएचपी और 500 एनएम का टॉर्क उत्पन्न किया करती थी! इस कार में Android Auto और Apple CarPlay जैसे गैजेट थे. ये अपने सेगमेंट की सबसे तेज़ कार भी थी.