Kwid उन मॉडलों में से एक है, जिसने भारतीय ग्राहकों के बीच Renault को एक ब्रांड के तौर पर लोकप्रिय बनाया था, जो इस फ्रांसीसी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी का सबसे किफायती प्रोडक्ट है। वहीं, अपडेटेड RDE या BS6 फेज 2 उत्सर्जन नियमों के कारण कंपनी ने अब Kwid के 800cc संस्करण को बाजार से बंद कर दिया है।
बहुत से मैन्युफैक्चरर की तरह Renault के लिए नए मानदंडों को पूरा करने पर और इंजन को अपग्रेड करने का कोई मतलब नहीं था क्योंकि यह फाइनेंसियल तौर पर सही फैसला नहीं होता। इसकी वजह यह है, कि 800cc इंजन को एमिशन नॉर्म्स के अनुरूप बनाने से प्रोडक्ट की कीमत बढ़ेगी और डिमांड घटेगी।

Renault Kwid का 0.8-liter संस्करण RXL और RXL(O) वेरिएंट में उपलब्ध था, जिसे मैन्युफैक्चरर कंपनी ने अब आधिकारिक वेबसाइट से भी हटा दिया है। 800cc संस्करण को बंद करने के साथ, कंपनी अब केवल 1.0-लीटर संस्करण को 5 तरह से पेश करेगी। आपको बता दें, कि Kwid के 800 सीसी संस्करण में तीन-सिलेंडर और नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल किया गया था, जो 52 Bhp और 72 Nm का पीक टॉर्क पैदा करता था। इसे केवल 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ पेश किया गया था।
Renault Kwid का 1.0-लीटर संस्करण 999cc, तीन-सिलेंडर, नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन द्वारा संचालित होता है, जो 67 Bhp और 91 Nm का पीक टॉर्क पैदा करता है। यह 5-स्पीड मैनुअल और 5-स्पीड एएमटी गियरबॉक्स ऑप्शन के साथ उपलब्ध है। Renault के अलावा, Maruti जैसे निर्माताओं ने भी अपनी एंट्री-लेवल हैचबैक Alto 800 और Skoda ने भी Octavia को अपनी ऑफिसियल वेबसाइट से हटाकर भारतीय बाजार से बंद कर दिया है। वहीं Honda ने Jazz, चौथी पीढ़ी की Honda City और WR-V को बाजार से बंद कर दिया।

नए मानदंडों के अनुसार, किसी एक वाहन को एक ऑन-बोर्ड सेल्फ-डायग्नोस्टिक डिवाइस की जरूरत होती है, जो रीयल-टाइम ड्राइविंग उत्सर्जन स्तरों की निगरानी कर सके। यह डिवाइस कैटेलिटिक कन्वर्टर और ऑक्सीजन सेंसर जैसे पुर्जों की लगातार निगरानी करेगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके, कि वह इसके मानकों को पूरा करते हैं।
RDE टेस्ट लैब के बजाय वास्तविक समय में वाहन द्वारा उत्सर्जित नाइट्रोजन, ऑक्साइड जैसे प्रदूषकों को मापता है। फिर इसके अनुरूप कार बनाने के हिस्से के रूप में निर्माताओं को थ्रॉटल, क्रैंकशाफ्ट की स्थिति, वायु सेवन दबाव, इंजन का तापमान, निकास से उत्सर्जन की सामग्री और ईंधन के स्तर को नियंत्रित करने के लिए प्रोग्राम किए गए।
Renault फिलहाल नेक्स्ट-जेनरेशन Duster SUV पर काम कर रही है। यह देश की पहली कॉम्पैक्ट SUV में से एक थी और खरीदारों के बीच जल्दी ही लोकप्रिय हो गई। हाल ही में, यह बताया गया था कि मॉडल को फिर से लॉन्च किया जा सकता है और यह Renault-Nissan के नए CMF-B प्लेटफॉर्म पर आधारित होगा।
नेक्स्ट-जेनरेशन Duster के एक टेस्ट म्यूल को स्पेन में टेस्टिंग के दौरान देखा गया था। अब ऑनलाइन उपलब्ध तस्वीरों से SUV Bigster कांसेप्ट से काफी प्रेरित दिखती है, जिसे मैन्युफैक्चरर ने प्रदर्शित किया था। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि SUV को Renault ब्रांड के तहत लॉन्च किया जाएगा। गौरतलब है, कि खरीदारों के बीच Duster एक बेहद लोकप्रिय प्रोडक्ट थी और ऐसी उम्मीद है, कि मैन्युफैक्चरर अगली पीढ़ी के डस्टर के साथ भी उनकी पुराणी सफलता को दोहरा सकते हैं।