CycleWorld की टीम ने Royal Enfield Continental GT 650 और 2019 KTM Duke 390 बाइक्स के शक्ति परीक्षण के लिए इनको डाएनो टेस्ट की कसौटी पर परखने की प्रक्रिया का वीडियो बनाया है. पेश हैं इन दोनों बाइक्स की टॉर्क और पॉवर के सटीक आंकड़े जो यह दोनों बाइक्स अपने पिछले चक्कों से उत्पन्न करती हैं.
इस विडियो में KTM Duke 390 — जिसके आधिकारिक पॉवर और टॉर्क के आंकड़े 44 बीएचपी और 37 एनएम हैं — 8,640 आरपीएम पर 41.21 बीएचपी की अधिकतम पॉवर और 6,860 आरपीएम पर 36.47 एनएम की अधिकतम टॉर्क पैदा करती है. यह आंकड़े बाइक के पिछले चक्के के हैं जो इस बाइक के इंजन द्वारा सड़क पर पैदा किए जाने वाले असल पॉवर और टॉर्क का बिल्कुल सटीक अंदाज़ा देते हैं. KTM Duke 390 के यह आंकड़े इस लिहाज़ से काफी प्रभावशाली हैं कि इस बाइक का इंजन अपने अधिकतम पॉवर और टॉर्क के आंकड़ों का 10 प्रतिशत से कम हिस्सा ट्रांसमिशन में गंवाता है.
अगर बात हो Royal Enfield Continental GT 650 की तो इस बाइक के पॉवर और टॉर्क के अधिकारिक आंकड़े 47 बीएचपी और 52 एनएम हैं. डाएनो टेस्ट के दौरान इस बाइक के इंजन ने 6,840 आरपीएम पर 44.36 बीएचपी पॉवर और 5,100 आरपीएम पर 51.91 एनएम टॉर्क उत्पन्न की. एक बार फिर यह आंकड़े भी काफी प्रभावशाली हैं और इस बात की बानगी हैं कि Royal Enfield ने इंजन के मामले में एक ऊंचे पायदान को छुआ है. अतीत में Royal Enfields ट्रांसमिशन के दौरान काफी पॉवर गंवाने के लिए लिए बदनाम थी. पहले इस कंपनी की बाइक्स अपने आधिकारिक पॉवर और टॉर्क के आंकड़ों का 30 प्रतिशत से अधिक हिस्सा ट्रांसमिशन में गवां देतीं थीं. मोटरसाइकल निर्माताओं के लिए परिस्थितयों में सही में बदलाव आया है जो ज़ाहिर भी है.
Royal Enfield Interceptor और Continental GT के 647-सीसी, पैरेलल, ट्विन इंजन का डिज़ाइन बिल्कुल नया है. यह मोटर Royal Enfield द्वारा पहले बनाए गए किसी भी इंजन से अधिक आधुनिक है. इस इंजन के प्रमुख खासियतों में शामिल हैं 4-वाल्व हेड्स, एक ओवरहेड कैमशाफ़्ट, फ्यूल इंजेक्शन, पैरेलल ट्विन लेआउट, 270 डिग्री क्रैंक, एयर-आयल कूलिंग, 6-स्पीड गियरबॉक्स, और स्लिपर क्लच. इस इंजन की अंदरूनी कार्यप्रणाली की सहजता ने समीक्षकों और ग्राहकों दोनों को ही प्रभावित किया है और शायद यह इन Royal Enfield अच्छी बाइक्स की बिक्री के पीछे का सबसे महत्वपूर्ण कारक भी है.
वहीँ दूसरी और KTM Duke 390 का 373-सीसी, लिक्विड कूल्ड इंजन बिल्कुल ही अलग अंदाज़ लिए हुए है. ताबड़-तोड़ राइडिंग के लिए बनाया गया यह इंजन अपनी अधिकतर शक्ति उच्च आरपीएम पर पैदा करता है जो Duke श्रृंखला के ‘आक्रामक’ छवि को सार्थक करता है. भारत में बिकने वाली इस किफायती मोटरसाइकल में लगे इस सबसे शक्तिशाली इंजन में उच्च-स्तर की तकनीकी का उपयोग हुआ है. KTM Duke 390 का इंजन उच्च स्तर की परफॉरमेंस के लिए बनाया गया है जिसमें आपको मिलते हैं ट्विन ओवरहैड कैमशाफ्ट्स, 4-वाल्व हैड, DiaSIL सिलेंडर, और लिक्विड कूलिंग. यह इंजन ट्रैक KTM RC390 में भी लगा आता है और जल्द ही इसका इस्तेमाल इस ब्रैंड की ADV मोटरसाइकल में भी होगा.
अगर हम KTM Duke 390 की तुलना में Royal Enfield Interceptor 650/Continental GT की सड़क पर परफॉरमेंस की बात करें तो इस बात में कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि KTM एक ड्रैग रेस में आसानी से जीत हासिल कर लेगी. यहां नीचे विडियो में आप इसे खुद होते देख सकते हैं. एक Interceptor 650 अपने समान इंजन वाली Continental GT 650 के बजाए Duke 390 से एक ड्रैग रेस में टक्कर ले रही है.
https://youtu.be/wJ6Nfou3jvQ
यह इस तथ्य की वजह से कि KTM Duke 390 वज़न में 200 किलोग्राम वज़नी Royal Enfield ट्विन्स से काफी हल्की है. 154 किलोग्राम के अपने वज़न के साथ KTM Duke 390 का भार Royal Enfield से एक-तिहाई कम है जो इसे जल्द उच्च गति पकड़ने में सहायता करता है. लेकिन यह Royal Enfield बाइक्स भी किसी मामले में कम नहीं हैं. यह दोनों मोटरसाइकल्स 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार 7 सेकंड से कम में पकड़ लेतीं हैं और इनकी अधिकतम रफ़्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटे से ऊपर की है. दूसरे शब्दों में कहें तो एक परफॉरमेंस कार को लग्ज़री कार द्वारा पटखनी.