जहां कई ऐसे मामले सामने आये हैं जिसमें पुलिस ट्रैफिक के नियम तोड़ कर आसानी से निकल गयी है, एक नयी घटना ने हमें भी चौंका दिया है नीचे आप एक पुलिस की Maruti Gypsy की तस्वीर देख सकते हैं जहां इसे अनाधिकृत के लिए व्हील क्लैम्प से लॉक कर दिया गया है. और तो और, ये Gypsy किसी और की नहीं बल्कि Mizoram के DGP की है.
हालांकि अभी ये जानकारी नहीं है की क्या DGP ने फाइन भर दिया है, लेकिन ये काफी सुखद है की no-पार्किंग में गाड़ी कड़ी करने के लिए पुलिस फ़ोर्स के एक सीनियर ऑफिसर के खिलाफ भी कार्यवाही की गयी है. क्योंकि अंत में, ऐसा रोज़-रोज़ नहीं हो सकता की ट्रैफिक के नियम तोड़ने के लिए एक सीनियर पुलिस ऑफिसर पर कार्यवाही की जाए. लेकिन जैसा हमने कहा की ऐसे कई केस सामने आये हैं जहां पुलिस अपने ओहदे के चलते साफतौर पर नियम तोड़ बच निकल जाती है. लेकिन Mizoram के Municipal Corporation को DGP के खिलाफ कार्यवाही करने में कोई दिक्कत नहीं आती दिख रही.
हम इस बात को लेकर पूर्णतः आश्वस्त हैं की ये वाक्य ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले पुलिस वालों को एक कदा संदेश भेजेगा. ऐसा लगता है की पुलिस ऑफिसर होना अब ट्रैफिक नियम तोड़ने से बचने के लिए एक प्रकार की बीमा नहीं रह जायेगी. हमें लगता है की पुलिसकर्मी का व्यवहार सबसे बढ़ कर होना चाहिए क्योंकि अंत में उन्हें आम नागरिकों के लिए एक उदाहरण पेश करने की ज़रुरत है.
इस महीने की शुरुआत में Mizoram का प्रशासन अपने राजधानी Aizawl में ट्रैफिक जैम कम करने के लिए ऑड-इवन सिस्टम लगाने को लेकर सुर्ख़ियों में था. ये पहली बार है की नयी दिल्ली से सुर्खियाँ बटोरने वाली ऑड-इवन स्कीम को किसी पूर्वोत्तर राज्य में लागू किया गया है. लगभग एक साल से Coordination Committee on Traffic Management ने निजी वाहनों को रोटेशन में इस्तेमाल की अनुमति डे राखी है. ये शहर को राहगीर के लिए और भी अनुकूल बनाने के लिए किया गया है.
वाया — Eric Son Tonsing on Facebook