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विधायक जी की कार टोल बूथ पर जैम में फँस गयी, फिर उन्होंने सबको खुश करने वाला काम किया!

इंडिया के अधिकांश एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवेज़ के टोल गेट पर लोग लम्बे लाइन की समस्या से जूझते हैं. ट्रैफिक का धीरे-धीरे चलना और छुट्टे पैसे की अदला-बदली में काफी समय लगता है. अकसर हाईवे को इस्तेमाल करने से जितना समय बचता है वो इसी में खर्च हो जाता है. Haryana स्टेट कैबिनेट के मंत्री Vipul Goyal ऐसे ही एक जाम में लगभग 15 मिनट के लिए फंस गए. और उसके बाद उन्होंने जो किया उसकी लोगों ने खूब तारीफ़ की. और ये पूरा वाक्या कैमरे पर कैद हो गया.

मंत्रीजी ने बचा लिया

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Haryana के BJP विधायक और राज्य सरकार में मंत्री Vipul Goyal कल एक ऐसे ही जाम में फँस गए थे. ये वाक्या Badarpur टोलगेट पर हुआ जहां एक लम्बी दूरी तक लाइन लगी हुई थी. और यहाँ ऐसा होना बेहद आम बात है. लम्बे जैम को देखते हुए मंत्रीजी पुलिस एस्कॉर्ट वाली अपनी आधिकारिक गाड़ी से उतर गए और कण्ट्रोल रूम को आदेश दिया की बूम बैरियर खोल दिया जाए.

आमतौर पर मंत्रियों और VIPs को ऐसे टोल गेट पर एक स्पेशल एक्सेस लेन मिलता है जहाना काफिला टोल नहीं भरता और मुफ्त में निकल जाता है. ये विडियो मंत्री और टोलगेट कर्मी के बीच के वार्तालाप को दिखाता है जहां वो कर्मी सिस्टम में किसी फॉल्ट के बारे में समझा रहा है. ऐसा लगता है की मंत्री भी जैम में फंसे हुए थे और उन्हें ये कहते हुए सुना जा सकता है की वो जैम में 15 मिनट से फंसे हुए थे.

मंत्री ने सभी टोल गेट को खोलने का आदेश दिया ताकि ट्रैफिक सुचारू ढंग से बढ़ सके और वो वहां खड़े हो गाड़ियों को गुज़रते हुए देख रहे थे. अभी इस बात की खबर नहीं है की टोलगेट ने गाड़ियों के फ्री फ्लो कितनी देर जारी रखा लेकिन मंत्रीजी ने रोड इस्तेमाल कर रहे आम लोगों के लिए ये अच्छा कदम उठाया. ये भी एक कारण है की मंत्री और नेताओं को आम लोगों द्वारा रोड पर झेले जाने वाली दिक्कत का सामना करना चाहिए. ताकि वो समझ सकें की आम जनता कितनी दिक्कतें झेल रही है.

हमारे याहं देश में फ़ास्ट टैग लेन हैं और सभी नयी गाड़ियों को फ़ास्ट टैग लगाना अनिवार्य है. ऐसे टैग में NFC चिप लगा होता है जो टोल गेट से संपर्क साध सकता है. सरकार ने टोल पे करने के लिए फ़ास्ट टैग लेन का होना भी अनिवार्य कर दिया है और इसमें टोल जमा करने में कम समय भी लगता है. ये टैग प्रे-पेड होते हैं और पैसे अकाउंट से अपने आप कट जाते हैं जिससे गाड़ियाँ बिना रुके हुए निकल सकती हैं.

पहले ऐसी कई अफवाहें आई थीं जिनमें ये कहा गया था की अगर लाइन एक निर्धारित साइज़ से ज़्यादा बड़ी हो गयी है तो गाड़ी की आवाजाही मुफ्त होनी चाहिए. लेकिन, MORTH (Ministry for Road Transport and Highways) और NHAI (National Highway Authority of India) जैसी सरकारी एजेंसीज़ ने इस बात की पुष्टि की है कि कार के फ्री एक्सेस के बारे में ऐसे कोई नियम नहीं है.