अपनी कमाई से पहली कार खरीदना हममें से कई लोगों के जिंदगी का लक्ष्य होता है। बेशकीमती होने के अलावा यह सभी उम्र और आय वर्ग के खरीदारों के लिए एक जरूरत भी बन गई है। वहीं, कुछ लोग अपनी कारों के प्रति भावुक लगाव भी विकसित कर लेते हैं, खासकर अगर यह उनकी पहली कार है और इसे लंबे समय तक बनाए रखने की कोशिश करते हैं। ऐसे ही एक व्यक्ति की दिलचस्प कहानी सामने आई है, जो हाल ही में अपनी 20 वर्षीय Tata Indica के साथ फिर से मिला, जिससे वह कई सालों से अलग हो गया था।।
‘Saurabh.kmph’ द्वारा शेयर किए गए यूट्यूब वीडियो में एक प्रेरक कहानी सामने आई है, जब एक व्यक्ति अपनी 20 वर्षीय Tata Indica को सफलतापूर्वक पुनर्खरीद करता है। यह उसकी पहली कार के रूप में भावुक कीमत भी रखती थी। Sumit नाम के एक व्यक्ति द्वारा लिखी गई पोस्ट बताती है, कि कैसे इस चांदी के रंग की Tata Indica पर उसके माता-पिता का स्वामित्व था और परिवार द्वारा बेशकीमती संपत्ति के रूप में पोषित किया गया था। पोस्ट में सुमित और उनके माता-पिता को Tata Indica के साथ खुशी बिखेरते हुए देखा जा सकता है, जो फिलहाल उनके स्वामित्व में है।
सुमित के अकाउंट के मुताबिक, उनके माता-पिता ने मूल रूप से 2003 में अकोला में Tata Indica खरीदी थी और 2013 में इसे बेचने से पहले एक दशक के लिए इसका आनंद लिया था। वहीं, कार बेचे जाने के बाद सुमित को पता नहीं चला। हालांकि, उन्होंने पुराने Indica का पता लगाने और अपने माता-पिता के साथ इसे फिर से जोड़ने के लिए एक दशक लंबी खोज की थी।
आखिरकार, उन्होंने सफलतापूर्वक कार को फिर से खरीद लिया और इसे उसके मूल मालिक, उसके पिता को प्रस्तुत कर दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने कार को उसके पूर्व गौरव को बहाल करने के लिए रीस्टोर के लिए भेजा है। पोस्ट में, सुमित इस उल्लेखनीय यात्रा के दौरान अपने फॉलोवर्स को उनके लगातार समर्थन और प्रेरणा के लिए आभार व्यक्त करता है।
1998 में वापस लॉन्च किया गया
1998 के ऑटो एक्सपो में पहली बार Tata Indica का अनावरण किया गया था, और यह भारत की पहली घरेलू रूप से डिज़ाइन की गई कार थी। कीमत की घोषणा के बाद, Tata Motors को दो सप्ताह के भीतर एक लाख से अधिक बुकिंग हासिल हुई। वहीं, 2.59 लाख रुपये और 3.9 लाख रुपये के बीच की कीमत पर इसको दो इंजन विकल्पों पेट्रोल के अलावा डीजल के साथ लॉन्च किया गया था। गौरतलब है, कि यह भारत में डीजल संस्करण की पेशकश करने वाली पहली हैचबैक है।
अपने समय की अन्य छोटी कारों जैसे कि Maruti Suzuki Zen, Hyundai Santro, Daewoo Matiz, और Fiat Uno के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए Tata Indica ने एक विशाल केबिन और प्रभावशाली ईंधन दक्षता का दावा किया था। इसके अलावा, एयर कंडीशनिंग और पॉवर विंडो जैसी सुविधाओं से लैस इस कार ने अपने इन-हाउस डिज़ाइन किए गए पॉवरट्रेन के साथ अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ दिया है।
अपनी लोकप्रियता के अलावा, Tata Indica एक विश्वसनीय और कुशल टैक्सी के रूप में कैब ऑपरेटरों के बीच एक पसंदीदा विकल्प भी थी। इसके किफायती 1.4-लीटर पेट्रोल और डीजल इंजन ने उच्च माइलेज की अनुमति दी, जो इसे अपने जनरेशन के दूसरे हैचबैक से अलग करता है। इसके साथ ही, बाजार में सख्त उत्सर्जन और सुरक्षा नियमों के कारण बंद होने से पहले कार लगभग दो दशकों तक बिक्री पर रही।