इंडिया में हैंडलिंग/लोजिस्टिक चार्ज गैरकानूनी है. लेकिन, कार और टू-व्हीलर डीलरशिप हमेशा ही गाड़ी के बिक्री वक़्त भोले भाले कस्टमर्स पर ये चार्ज लगा देते हैं. हाल ही में एक Tata Nexon ओनर ने कॉम्पैक्ट SUV खरीदने के लिए Guwahati में Kamakhya Motors नाम के एक डीलर से संपर्क किया और उसे जो कोट दिया गया था उसमें हैंडलिंग चार्ज भी जुड़ा हुआ था.
डीलरशिप से हैंडलिंग चार्ज हटाने की बात करने पर उन्हें बताया गया की वो बिना हैंडलिंग चार्ज दिए हुए Nexon नहीं खरीद सकते हैं. फिर उस कस्टमर ने Tata Motors के कस्टमर केयर को ईमेल किया और उसमें CEO Guenter Butschek को मार्क किया.
कस्टमर के द्वारा उठाये गए इस कदम को देखते हुए Tata Motors के कस्टमर केयर डिवीज़न ने डीलर को हैंडलिंग चार्ज लगाने से मन कर दिया. अगले दिन उस कस्टमर के पास Tata की डीलरशिप से कॉल आई और उन्हें बताया गया की हैंडलिंग चार्ज नहीं लगेगा और वो Nexon को बिना हैंडलिंग चार्ज के खरीद सकते हैं.
पेश है कस्टमर की जुबानी की आखिर हुआ क्या:
डीलर अभी भी गैरकानूनी हैंडलिंग और लॉजिस्टिक चार्ज लगा रहे हैं. मैंने एक Nexon बुक की और मैंने पाया की वो हैंडलिंग चार्ज लगा रहे हैं और मेरे जानकारी के अनुसार ये पूरी तरह से गैरकानूनी है. मैंने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई लेकिन उन्होंने कहा की मुझे कार खरीदने के लिए ये चार्ज चुकाना ही पड़ेगा. फिर मैंने Tata Motors के कस्टमर केयर और CEO को एक ईमेल लिखा. अगले ही दिन मुझे डीलर से कॉल आया और मुझे बताया गया की चार्ज नहीं लगेगा. इसलिए इस खबर को जितना हो सके फैलाइये और डीलर द्वारा पैसे बनाने की इस गैरकानूनी तरीके पर जागरूकता फैलाइये.
क्या करें जब टू-व्हीलर खरीदते वक़्त डीलर आपसे हैंडलिंग चार्ज चुकाने के लिए कहता है?
जैसे इस कस्टमर ने Tata Motors के कस्टमर केयर को लिखा, आप भी उस कार/टू-व्हीलर कंपनी को डीलरशिप द्वारा लगाये जा रहे चार्ज के बारे में शिकायत करते हुए लिख सकते हैं. आमतौर पर, इसके बाद कंपनी हैंडलिंग चार्ज नहीं लगाती. कई खरीददार इस बात से अवगत नहीं की हैंडलिंग चार्ज गैरकानूनी हैं और वो हैंडलिंग चार्ज के रूप में काफी ज्यादा पैसे चुका आते हैं. वहीँ लक्ज़री कार्स के मामले में ये चार्ज 50,000 रूपए या उससे ज्यादा भी हो सकता है.
Via Rushlane