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क्या आप आँख बंद कर Tesla के ऑटो-पायलट सिस्टम पर भरोसा कर सकते हैं?  

Tesla नाम आधुनिक दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों और नवोन्मेष का पर्याय बन गया है. यह एक अमरीकी कंपनी है जो हाल ही में अपने शीर्ष अधिकारियों के फेरबदल के कारण खबरों में थी जिसमें इसके संस्थापक और अध्यक्ष Elon Musk भी शामिल थे. Tesla की कार्स को विभिन्न नवीन फीचर्स के लिए जाना जाता है जिनमें से एक के बारे में सबसे अधिक बात की जाती है — ऑटो-पायलट सिस्टम.

यह फीचर जाहिर तौर पर वाहन को आगे बढ़ने, लेन में बनाया रखने, न्यूनतम ड्राइविंग इनपुट के साथ ब्रेक, आदि लगाने की सुविधा देता है. हालाँकि आज हम आपके लिए एक वीडियो लेकर आए हैं जिसमें दिखाया गया है कि Tesla का ऑटो-पायलट सिस्टम सही से काम करता है या नहीं.

Car insurers warn on 'autonomous' vehicles

This car is on Autopilot. What happens next? 🚗(Via BBC Money) bbc.in/2MlJ9Fd

BBC News ಅವರಿಂದ ಈ ದಿನದಂದು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ ಗುರುವಾರ, ಜೂನ್ 14, 2018

यहां जो कार दिखाई जा रही है वह एक Tesla Model S है जो कंपनी की सबसे अधिक बिकने वाले गाड़ी है. जैसा कि वीडियो में देखा गया है, इस Tesla में ऑटो-पायलट सिस्टम  शुरू होने पर आरम्भ में कार उचित लेन में रहती है और अपने सामने वाली के रुकने पर एक सुरक्षित दूरी पर खुद भी ठहर जाती है. विडियो में आगे हम Model S के सामने एक कार को इसी तरह की स्थिति में सड़क पर देखते हैं. हालांकि इस बार आगे चल रही कार अंतिम समय में लेन बदल देती है और पता चलता है इस कार के आगे एक और कार खड़ी है. ऐसी स्थिति में Model S का ऑटो-पायलट सिस्टम  विफल हो जाता है और सामने वाली कार से यह गाड़ी टकरा जाती है. क्योंकि यह एक परीक्षण था और सामने की कार कार्डबोर्ड की बनी थी इसलिए इस पूरे टेस्ट के दौरान किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ.

इसके बाद हमें Tesla में ऑटो-पायलट सिस्टम की समस्या के बारे में पता चला. कंपनी के अनुसार उनकी कारों में दिया गया ऑटो-पायलट सिस्टम  “सेल्फ-ड्राइविंग सिस्टम” नहीं है बल्कि “ड्राइविंग में सहायक” एक फीचर है. सरल शब्दों में इसे कई कार्स में पाए जाने वाले क्रूज़ कंट्रोल फ़ीचर का एक विकसित रूप कहा जा सकता है. इसलिए कंपनी द्वारा यह सलाह दी जाती है कि Tesla की ड्राइविंग सीट पर बैठने के बाद आपको अपनी इंद्रियों को स्थिर रखना है और चौकस रहना है चाहे आप ऑटो-पायलट फीचर का इस्तेमाल करें या नहीं. ऑटो-पायलट फीचर का इस्तेमाल ड्राइविंग अनुभव को और अधिक आरामदायाक बनाने के लिए किया जा सकता है लेकिन आप ड्राइवर के कर्तव्यों से पूरी तरह मुक्ति नहीं पा सकते. Tesla के ऑटो-पायलट फीचर को लेकर कई भ्रांतियों को दूर करना ही इस वीडियो का एक उद्देश्य था.

एक और सवाल हमारे दिमाग में उठता है कि क्या लोग “सेल्फ ड्राइविंग कार” के लिए तैयार है और क्या इसके लिए ज़रूरी आधारभूत संरचना उपलब्ध है. इसका उत्तर अभी के लिए नहीं है क्योंकि “सेल्फ ड्राइविंग कार” की सफलता का मतलब केवल कार में एक अच्छे कंप्यूटर से नहीं है जो कार को अच्छी तरह से चला सके. विशेष रूप से भारत जैसे देशों में “सेल्फ ड्राइविंग कारें” तब तक सफल नहीं हो सकती हैं जब तक कि कोई उचित ढांचा न हो जिसमें अच्छी तरह से नियोजित सड़क नेटवर्क के साथ उचित सड़क चिह्न और संकेत शामिल हों. इसके अलावा लोगों को सड़क पर अधिक अनुशासित होने और आक्रामक ड्राइविंग से बचने की जरूरत है.

क्या आप आँख बंद कर Tesla के ऑटो-पायलट सिस्टम पर भरोसा कर सकते हैं?  

Tesla Model 3 फ़िलहाल तीन मॉडल में उपलब्ध है जो पॉवर के आंकड़े और रेंज के अनुसार अलग-अलग हैं. 75D मॉडल $79,200 पर बेचा जाता है, 100D के लिए आपको $97,200 खर्च करने होंगे, जबकि शीर्ष P100D मॉडल की कीमत $ 136,200 है. Tesla 75D की 75.0-kWh की बैटरी एज फुल चार्ज में 259 मील (416.82 किलोमीटर) की दूरी तय कर सकती है जबकि 100D की 100.0-kWh की बैटरी 335 मील (539.13 किलोमीटर) की रेंज प्रदान करती है. Tesla के अनुसार P100D मॉडल में एक ऐसा ड्राइवि मोड है जिससे यह 2.7 सेकंड में 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है.