आमतौर पर फ्यूल स्टेशन पर डीजल और पेट्रोल कार्स की अलग लाइन होती हैं, लेकिन गलतियां हो हीं जाती हैं. आज हम आपके सामने एक वाक्या लेकर आये हैं जिसमें चोरों के एक गुट ने नॉएडा के सेक्टर 63 से 4 Renault Dusters चोरी कीं, लेकिन ये चोरी पूरी तरह से सफल नहीं हो सकी आइये जानते हैं कैसे.
क्या हुआ?
6 लोगों का एक गुट Renault सर्विस स्तैओं में घुस आया और उन्होंने गार्ड को बंधक बना लिया. इसके बाद वो गेराज में घुसे और 4 Renault Dusters चलाकर निकल गए, क्योंकि हर कार के अन्दर उनकी चाबी थी.
पर कहानी में असली मॉड इसके बाद आया जब एक Dusters को हापुर के गढ़मुक्तेश्वर में एक पेट्रोल पम्प के पास पाया गया. चोरों ने इस पेट्रोल Duster में गलती से डीजल डाल दिया और उसके बाद कार चालू नहीं हुई. फ्यूल स्टेशन के मैनेजर ने कार में अपार्टमेंट के स्टीकर की मदद से पेट्रोल Duster की मालकिन का पता लगा लिया.
ये वाक्या CCTV पर भी कैद हुआ:
Four Renault Duster vehicles stolen from a service station in Noida-63 @htTweets @HTNoidaGzb @noidapolice pic.twitter.com/aF0BPEZoud
— vinit (@Vinitkoneru) August 28, 2017
पुलिस के मुताबिक़, ये वाक्या रात के 3 बजे के आसपास हुआ. ये डीलरशिप Avia Auto Service Private Limited है. इन कार्स को आप वर्कशॉप कंपाउंड से निकलते हुए देख सकते हैं.
स्थानीय पुलिस स्टेशन के अफसर Avnish Dixit ने बताया,
सेक्टर 63 में सर्विस सेण्टर से 4 Renault Duster SUVs चोरी हुई थीं. चोरों को ऐसा करने के किसी को नुक्सान पहुंचाने की ज़रुरत भी नहीं हुई. ऐसा लगता है की उन्हें उस जगह की जानकारी अच्छे से थी. हो सकता है इसमें सर्विस सेण्टर का कोई इंसान भी संलिप्त हो. चोरों ने सिक्यूरिटी गार्ड को गेट पर बंधक बनाया, अन्दर घुसे, कार्स के अन्दर रखी चाबियों की मदद से SUVs को शुरू कर बढ़ते चले.
चोरी में गाड़ी गंवाने वाले एक मालिक ने ये कहा,
मुझे सर्विस सेण्टर के मैनेजर ने जानकारी दी की मेरी कार उनके सर्विस स्टेशन में मौजूद नहीं है. CCTV फुटेज दर्शाती है की ये चोरी बेहद आसानी से और बिना किसी दिक्कत के की गयी. चोरों को गाड़ी की चाबी उसके अन्दर ही मिल गयी, इससे चोरी और भी आसान बन गयी.
वो डीलरशिप पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. कार के अन्दर उसकी चाबी रखने से उन्हें चुराना बेहद आसान हो जाता है और यहाँ ऐसा ही हुआ.
अगर आपके साथ ऐसा हुआ तो क्या?
ऐसे मामलों में डीलर्स की जवाबदेही नहीं होती है. आपको एक रेप्रोत लिखानी होगी और फिर गाड़ी का बीमा क्लेम फाइल करना होगा.
सोर्स: HT