दुनिया के सबसे बड़े कार निर्माता इंडियन कार मार्केट के बस एक छोटे से हिस्से पर काबिज़ हो पाया है. अगर आंकड़ों की बात करें तो 4.5%. ये उन्हें Maruti, Hyundai, Mahindra, Tata और Honda के बाद देश का छठा सबसे बड़ा कार निर्माता बनाता है.
और अंतर्राष्ट्रीय लाइन-अप में ऑप्शंस की कोई कमी नहीं है, कम्पनी ने इंडिया में मास सेगमेंट में सफलता नहीं पायी है. Fortuner और Innova Crysta 15 लाख रूपए से ऊपर वाले श्रेणी में सेगमेंट लीडर्स तो हैं लेकिन बात जब मास अपील की आती है, Etios और Liva जैसे प्रोडक्ट अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. लेकिन एक ऐसी गाड़ी है जो इंडिया में Toyota के आंकड़े सुधार सकती है — मिलिए नए कॉम्पैक्ट एसयूवी “Rush” से.
कुछ महीने पहले ही Rush का फेसलिफ्ट हुआ था और ये अपने पुराने मॉडल से काफी अलग दिखती है. अपने मस्कुलर स्टांस के साथ ये काफी हद तक छोटे Fortuner जैसी दिखती है और साथ ही इसमें TRD बॉडी किट का आप्शन भी है! ये अब एक 7-सीटर गाडी है लेकिन एसयूवी लुक बरकरार रखने के लिए इसमें अभी भी लैडर फ्रेम है. Indonesia में इसकी बिक्री पिछले महीने से ही शुरू हो चुकी है और हम बस उम्मीद कर सकते हैं की Auto Expo 2018 में Toyota India इसे घरेलु मार्केट के लिए एक प्रबल दावेदार के रूप में पेश करे.
Rush इंडिया में लगभग 5 सालों से सुर्ख़ियों में रही है. इसे कुछ साल पहले ही इंडिया में लॉन्च होना था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. लेकिन 2018 Rush के लिए एक सही समय प्रतीत होता है और पेश हैं कुछ कारण की हमें इस बात की उम्मीद क्यों बांधें हैं की कंपनी का सीनियर मैनेजमेंट इस आर्टिकल को पढ़े.
1. उनका मार्केट शेयर घट रहा है
2016 में Toyota ने 134150 यूनिट बेचे और 2017 में ये बढ़ कर 139566 तक ज़रूर पहुंचा, लेकिन कंपनी के मार्केट शेयर 4.56% से घट कर 4.4% पर पहुँच गया. वहीं इसके उलट, 2015 में उनका मार्केट शेयर 5.1% था. जहां प्रतिद्वंदी मार्केट के बदलते रुझान को देखते हुए नए नए प्रोडक्ट लॉन्च कर रहे हैं Toyota अभी भी अपने ग्लोबल प्रोडक्ट्स को लेकर कुछ नया नहीं कर रही है. Rush उन्हें इंडियन कार मार्केट के एक अच्छे हिस्से पर काबिज़ होने की क्षमता देगा, और वो इंडिया के टॉप-5 ऑटो ब्रांड में शामिल रह पाएंगे.
2. भारतीयों को चाहिए ‘बड़ी’ कार्स
साइज़ मायने रखता है और इंडिया के लोगों को बड़ी चीज़ें पसंद हैं. Vitara, Creta और Compass जैसे बेस्ट सेलर्स को देख कर पता चलता है की एसयूवी — भले ही वो नकली क्यों न हो — का मार्केट बड़ा है और वो सेगमेंट पर हावी रहते हैं. अपनी Innova और Fortuner के Utility और D+ सेगमेंट की सफलता देख कर Toyota को भी ये बात पता है.
3. नयी Rush इंडिया के लिए बेहतरीन है
नयी Rush दो महीने पहले लांच हुई थी और अपने पुराने वर्शन से काफी बेहतर दिखती है. ये साइज़ में बड़ी है, इसमें इसके ऊपर के सेगमेंट वाली गाड़ियों के डिजाईन एलेमेंट्स हैं, और इसमें 7 आरामदायक सीज हैं. कौन सी ऐसी तगड़ी दिह्कने वाली गाड़ी है है जो 10-14 लाख के सेगमेंट में 7 लोगों को आराम से बैठा लेती है.
4. Rush में ढेर सारे फ़ीचर्स हैं
इसके कस्टमर बेस को देखते हुए Rush फ़ीचर्स और ड्राईवर के लिए सुविधाओं से भरी पड़ी है. सेफ्टी के मामले में इसमें 6 एयरबैग, व्हीकल स्टेबिलिटी कण्ट्रोल, ABS, हिल स्टार्ट असिस्ट, और 7 सीट बेल्ट इंडिकेटर है. वहीँ फ़ीचर्स में डिजिटल डिस्प्ले के साथ ऑटो एसी, हर रो में पॉवर स्लॉट, एलइडी हेडलैंप, 8 सराउंड स्पीकर्स, स्मार्ट एंट्री के साथ स्मार्ट स्टार्ट-स्टॉप बटन, और इन्टरनेट सपोर्ट वाला एक 7 इंच का टचस्क्रीन सिस्टम है.
5. Toyota का ब्रांड नेम काम आएगा
इंडिया में Toyota भरोसे और निर्भरता का पर्याय बन गया है. इंडियन कस्टमर्स के लिए मन की शान्ति वाली बात काम आती है और हमारी राय के अनुसार इस क्लास में सबसे बढ़िया ओनेर्शिप का अनुभव देगा. और कौन सा प्रतिद्वंदी है जो 7 साल की एक्सटेंडेड वारंटी एक आप्शन के रूप में देता है?
इस पूरे कवायद में अभी एक छोटी सी खामी है और वो है फिलहाल डीजल इंजन का आप्शन ना होना. Indonesia में Rush सिर्फ 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ बेची जाती है और हमारे पॉवर के प्रेमी जनता को देखते हुए Toyota को इसमें Liva, Etios और Corolla वाला 1.4-litre D-4D इंजन देना होगा. ये 87 बीएचपी और 205 एनएम इंजन अपने बढ़िया टॉर्क और माइलेज के लिए जाना जाता है और उपभोक्ता इससे खुश रहेंगे.
बात ये है की घटते हुए मार्केट शेयर को देखते हुए इस जापानी कंपनी के लिए इंडिया में अभी स्थिति करो या मरो वाली है. Rush ही Toyota को इंडिया में पिछड़ने से बचा सकती है, और उन्हें इस बारे में गंभीर होने की ज़रुरत है. अब इसी बात की उम्मीद है की वो इस एसयूवी को अगले महीने होने वाले Auto Expo में प्रदर्शित करें.